तीसरी शिफ्ट में भी होगी आइटीआइ की पढ़ाई, यूपी के एक लाख युवाओं को मिलेगा फायदा
प्राइवेट आइटीआइ में तीसरी शिफ्ट संवालित करने का आदेश देकर महानिदेशक प्रशिक्षण एवं सेवायोजन ने संचालकों को दीपावली का बड़ा तोहफा दिया है। इसे लेकर महीनों से संघर्ष कर रहे प्राइवेट आइटीआइ एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी आभार जताया है।
लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। प्राइवेट आइटीआइ में तीसरी शिफ्ट संवालित करने का आदेश देकर महानिदेशक प्रशिक्षण एवं सेवायोजन ने संचालकों को दीपावली का बड़ा तोहफा दिया है। इसे लेकर महीनों से संघर्ष कर रहे प्राइवेट आइटीआइ एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी आभार जताया है। तीसरी शिफ्ट खुलने से एक लाख अतिरिक्त सीटों पर प्रवेश हो सकेगा। वहीं राजकीय आइटीआइ में करीब 31 हजार सीटें रिक्त हैं। 18 नवंबर तक पहले से आवेदन करने वाले प्रवेश से वंचित प्रवेश ले सकते हैं। राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद के संयुक्त निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि रिक्त सीटों को भरने के लिए प्रधानाचार्यों से कहा गया है।
सीटें खाली रहती हैं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। प्राइवेट संस्थानों में तीसरी शिफ्ट शुरू होने से एक लाख सीटें बढ़ गईं। नए आवेदन परिषद की वेबसाइट (scvtup.in) से 250 रुपये आवेदन शुल्क के साथ भरा जा सकता है। प्राइवेट आइटीआइ एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष राजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि तीसरी शिफ्ट को लेकर एसोसिएशन की ओर से दिल्ली स्थित महानिदेशालय कार्यालय के सामने धरना दिया गया था। इसके बाद महानिदेशक ने तीसरी शिफ्ट शुरू करने और चार ट्रेडों की अनिवार्यता खत्म करने का आदेश दिया है। नई एक लाख सीटों को मिलाकर अभी तीन लाख सीटें रिक्त हैं। इनकोे भरने की चुनौती भी सामने हैं। वहीं कक्षा आठ योग्यता वाली ट्रेडों की सीटों को भरना सबसे बड़ी चुनौती है। राजकीय आइटीआइ में वेल्डर, शीट मेटल व स्वींग टेक्नोलाजी ट्रेड में सीटें खाली हैं। आवेदन के दौरान वेबसाइट पर जूनियर हाई स्कूल योग्यता फीड करने पर ही यह विकल्प दिखता है।
आइटीआइ पर एक नजर
- प्रदेश में सरकारी आइटीआइ 305
- निजी आइटीआइ-2939
- सरकारी में प्रवेश क्षमता 1,19577
- अभी तक रिक्त सीटें 31000
- निजी में प्रवेश क्षमता 3,65,240
- तीसरी शिफ्ट के साथ 2,85,000
- प्रशिक्षण की ट्रेड 67