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लविप्रा से मानचित्र सेल में नक्शे पास होने में लग रहे महीनों

लखनऊ जेएनएन। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) में ऑनलाइन नक्शे की रफ्तार सुस्त है। 13 अभियं

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Jan 2021 01:22 AM (IST)Updated: Sun, 10 Jan 2021 01:22 AM (IST)
लविप्रा से मानचित्र सेल में नक्शे पास होने में लग रहे महीनों
लविप्रा से मानचित्र सेल में नक्शे पास होने में लग रहे महीनों

लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) में ऑनलाइन नक्शे की रफ्तार सुस्त है। 13 अभियंताओं के जिम्मे शहर के संपूर्ण नक्शे को ऑनलाइन देखकर और उनकी कमियां दूर कर अपने वरिष्ठों को बढ़ाने की प्रकिया सुस्त हो गई है। 30 दिसंबर 2020 को आवेदन करने वाले जे मिश्रा का नक्शा आज तक किसी अभियंता को क्लीयरेंस के लिए दिया ही नहीं गया है। अभियंताओं ने बताया कि अभी दस्तावेजों की सर्चिग हो रही है। ऐसे में दस से बारह दिन में होने वाला काम महीनों में हो रहा है। वहीं आलमबाग, अमीनाबाद, कैसरबाग व पुराने लखनऊ का नक्शा पास करने में अभियंता संबंधित वास्तुविद से संपर्क कर जानकारी जुटाते हैं। इसके बाद रोड बाइडिग समझने व परीक्षण करने के बाद आगे की कार्रवाई कर रहे हैं।

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लविप्रा में नक्शा ऑनलाइन पास करवाने की प्रक्रिया से आवंटी खुशी नहीं है। क्योंकि अब आवंटी वास्तुविद पर पूरी तरह निर्भर हो गए हैं। पहले नक्शा बनवाने के लिए वास्तु विद को फीस दें फिर प्राधिकरण से नक्शा पास करवाने के लिए आवेदन के लिए पैरवी करें। क्योंकि सामान्य आवंटी रजिस्ट्री के कागजात स्वयं डाउन लोड कर पाता है और न साइट के जरिए भेज पाता है। लविप्रा के अभियंता स्वीकारते हैं कि नक्शे सैकड़ों की संख्या में लंबित हैं। इसी तरह गोमती नगर के विनय खंड निवासी डीके सिंह के ऑनलाइन नक्शे में प्लॉट की दिशाएं ही बदल दी गई। अब वह प्राधिकरण के चक्कर लगाने को विवश हैं। वहीं, मानचित्र सेल के अधिशासी अभियंता भूपेंद्र वीर सिंह कहते हैं कि अगर सात दिन तक सर्चिग चल रही है तो सॉफ्टवेयर एजेंसी को मेल करें। निजी एजेंसी संभालती है सारा खेल

लविप्रा के मानचित्र सेल में निजी एजेंसी सॉफ्टवेयर को मेल करना और उसके द्वारा जवाब का खेल भी चलता है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि अगर सात दिन तक आवेदन करने के बाद सर्चिंग चलेगी और आवंटी को कोई जवाब नहीं दिया जाएगा तो ऑनलाइन व सॉफ्टवेयर जैसी कंपनी रखने का मतलब क्या? क्योंकि आवंटी तो ऑनलाइन प्रकिया होने के बाद भी परेशान है।


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