कोठी नहीं, रोटी का सवाल है: जयंत
लखनऊ। नई दिल्ली में चौधरी अजित सिंह की कोठी को उनके पिता चरण सिंह के नाम पर राष्ट्रीय स्मारक
लखनऊ। नई दिल्ली में चौधरी अजित सिंह की कोठी को उनके पिता चरण सिंह के नाम पर राष्ट्रीय स्मारक बनाने के मुद्दे पर केंद्र सरकार के रुख से रालोद नेता चौधरी जयंत खासे व्यथित हैं। जयंत ने कहा सवाल कोठी का नहीं रोटी का है। हर वर्ग के लोगों के पेट के लिए अनाज उत्पादित करने वाले किसान के लिए देश की राजधानी में अगर कोई ठिकाना नहीं होगा तो हम पूरे विश्व को क्या संदेश देंगे।
केंद्र सरकार के मंत्री वैंकैया नायडू के चौधरी चरण सिंह के स्मारक के निर्माण की बारे में यह बयान देना कि रालोद दबाव की रणनीति अपना रहा है, पर जयंत ने निराशा जताई। कहा कोठी वायदे के मुताबिक 24 सितंबर को खाली कर दी गई थी, लेकिन अब दुष्प्रचार किया जा रहा है। तीस अन्य कोठियां जिनको नोटिस दिए गए थे, उनको देखने वाला कोई नहीं है। जयंत चौधरी ने कहा कि चुनाव से पहले रैली में आए नरेंद्र मोदी ने चौधरी चरण सिंह का आदर करने की बात कही थी, लेकिन स्मृति स्थल के लिए जगह भी नहीं दी जा रही है। क्या यही आदर है।
जयंत ने कहा कि 12 अक्टूबर की रैली ऐतिहासिक होगी। पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा, मुलायम सिंह यादव, लालू प्रसाद यादव, नवीन पटनायक, शरद यादव आदि ने स्मृति स्थल निर्माण रैली में आने का आश्वासन दिया है। रैली एक नए राजनीतिक गठजोड़ की बुनियाद भी रख सकती है। चुनाव के बाद सुस्त पड़े संगठन के कार्यकलापों पर उन्होंने कहा कि चुनाव परिणामों की हताशा स्वाभाविक है बावजूद इसके गन्ना किसानों को भुगतान को लेकर सबसे ज्यादा प्रदर्शन रालोद ने किया है। उन्होंने कहा कि संगठन में बड़े स्तर पर फेरबदल कर अब नए चेहरों विशेष रूप से युवाओं को आगे लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर कांड के बाद प्रदेश का विकास ठप हो गया है। सोशल मीडिया में सक्रियता के लिए एक मीडिया सेल बनाने की बात भी कही।