आइएस सरगना बगदादी के सीधे संपर्क में था कुशीनगर का रिजवान
कुशीनगर में कल छापे के दौरान एटीएस के हाथ आया रिजवान आइएसआइएस के सरगना बगदादी के सीधे सम्पर्क में था। वह जन्नत पाने के लिए सीरिया पहुंचकर अमेरिकी सेना से लड़ना चाहता था।
लखनऊ। कुशीनगर में कल छापे के दौरान एटीएस के हाथ आया रिजवान आइएसआइएस के सरगना बगदादी के सीधे सम्पर्क में था। वह जन्नत पाने के लिए सीरिया पहुंचकर अमेरिकी सेना से लड़ना चाहता था।
एटीएस की पूछताछ में जो तथ्य सामने आए हैं उसके अनुसार रिजवान गोवा में 30 हजार रुपये महीने पर कमरा लेकर आइएसआइएस का क्षेत्रीय कार्यालय चला रहा था। चेन्नई में उसे आइएसआइएस संगठन की ओर से मिले थे। एक लाख रुपये और कुछ और रुपये देने का आश्वासन मिला था। वह भारत के अंदर विभिन्न स्थानों पर इंडियन मुजाहिदीन के संग मिलकर विस्फोट करने की तैयारी कर रहा था। भगवान बुद्ध के परिनिर्वाण स्थल कुशीनगर में सीरियल ब्लास्ट करने की योजना थी। यहां इंडियन मुजाहिदीन के नए सरगना के साथ मिलकर नए माड़यूल तलायने की तैयारी चल रही थी।
ट्रांजिट रिमांड पर रिजवान
आतंकवादी संगठन आइएसआइ से जुड़े आतंकवादी रिजवान को मुंबई व बनारस की संयुक्त एटीएस टीम ने आज सुबह गठित विशेष अदालत में पेश किया। एसीजेएम आशीष कुमार चौरसिया ने उसे ट्रांजिट रिमांड पर एटीएस को सौप दिया। रिजवान को कुशीनगर के कसया उपनगर से एक अन्य युवक के साथ एटीएस ने कल गिरफ्तार किया था। उसके पास से 60 मोबाइल सेट एवं पांच लाख से अधिक नकदी बरामद किया गया। दोनों से एटीएस के अधिकारियों ने कसया के एक होटल में पूछताछ की। पता चला कि रिजवान कुशीनगर में सीरियल ब्लास्ट के लिए टीम तैयार कर रहा था। ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद एटीएस उसे आगे की पूछताछ के लिए ले गई है।
- रिजवान के पिता कुशीनगर के खड्डा तहसील क्षेत्र में हैं लेखपाल तो दो मामा आर्मी में जवान।
- इलेक्ट्रानिक्स डिवाइस के जरिये करता था सीध संपर्क, सोशल मीडिया से जुड़े थे सभी सदस्य
- 24 दिसंबर 2015 को मुम्बई के एटीएस थाने में दर्ज हुआ था मुकदमा, जिसमें हुई गिरफ्तारी।
- रिजवान चेन्नई, दिल्ली, बनारस, उत्तराखंड, आगरा आदि स्थानों का कर चुका था भ्रमण।