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आईएससी 12वीं बोर्ड की परीक्षा आज से, तुरंत होगा मूल्यांकन और होगी अंकों की फीडिंग

आईएससी शिक्षक इंद्राणी चंद्रा ने बताया कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि उत्तर पुस्तिकाएं हर एक केंद्र पर चेक की जाएंगी। सभी परीक्षकों की हुई है ऑनलाइन बैठक में यह बताया गया कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में किस प्रकार अंको की फीडिंग की जानी है।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 22 Nov 2021 01:08 PM (IST)Updated: Mon, 22 Nov 2021 01:08 PM (IST)
आईएससी 12वीं बोर्ड की परीक्षा आज से, तुरंत होगा मूल्यांकन और होगी अंकों की फीडिंग
ऐसा पहली बार हो रहा है कि उत्तर पुस्तिकाएं हर एक केंद्र पर चेक की जाएंगी।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। आईएससी 12वीं बोर्ड की परीक्षा का आगाज आज से है। परीक्षा को लेकर सभी तैयारियां किए जाने का दावा किया गया है। परीक्षाएं 22 नवंबर से 16 दिसंबर तक संचालित की जाएंगी। परीक्षाएं 2 बजे से 3:30 बजे तक होंगी। सोमवार को यानी पहले दिन अंग्रेजी सेकंड पेपर की परीक्षा है। इस बार खास यह है कि परीक्षा होने के बाद ही उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी उसी दिन पूरा कर लिया जाएगा।

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आईएससी शिक्षक इंद्राणी चंद्रा ने बताया कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि उत्तर पुस्तिकाएं हर एक केंद्र पर चेक की जाएंगी। सभी परीक्षकों की हुई है ऑनलाइन बैठक में यह बताया गया कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में किस प्रकार अंको की फीडिंग की जानी है और कितना समय लगेगा। सभी परीक्षकों को 3 बजे तक केंद्र पहुंचना है और 4 से 6:30 बजे के बीच मूल्यांकन कर अंकों की फीडिंग पूरी कर लेनी है।

बीबीएयू: नैक, पीएचडी प्रवेश व सत्र शुरू करने में फिसड्डी : बाबा साहब भीम राव आंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय बीबीएयू की पुअर परफारमेंस से छात्र आहत हैं। प्रवेश से नए सत्र की शुरूआत तक न हो पाना जिम्मेदारों की भूमिका पर सवाल खडे़ कर रही है। जिम्मेदारों के उदासीन रवैये के चलते ही विश्वविद्यालय नैक में हिस्सा नहीं ले सका, पीएचडी परीक्षा नहीं करा सका और न ही नए सत्र की शुरूआत समय पर कर सका। नतीजतन इन सब का खामियाजा विद्यार्थियों को उठाना पड़ रहा।

एक नजर नैक पर  : साल 2014 में तत्कालीन कुलपति रहे प्रो आरसी सोबती के प्रयासों का नतीजा रहा कि विश्वविद्यालय को नैक में ए ग्रेड हासिल हुआ। इसके बाद साल 2019-20 में नैक होना था। मगर साल 2020 में कोरोना संक्रमण के चलते उपजे हालात के के कारण नैक का मूल्यांकन नहीं कराया जा सका। इसके लिए विश्वविद्यालय को दो वर्ष की मोहलत दी गई। 15 नवंबर 2021 को नैक द्वारा विवि का एसेसमेंट किया जाना तय था, मगर इससे पूर्व नैक के विभिन्न मानकों पर विवि द्वारा शून्य अंक हासिल किए जाने का मामला सामने आ गया। जिसके चलते विवि को नैक से पांव पीछे खींचना पड़ा।

पिछड़ गया नया सत्र : विश्वविद्यालय द्वारा नए सत्र के लिए एनटीए द्वारा प्रवेश परीक्षा करवाए एक महीना हो गया हैं मगर अभी तक परिणाम के बारे में कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। गंभीर बात है कि विवि प्रशासन तक को इस बात की जानकारी नहीं है कि परीक्षा परिणाम कब जारी किया जाएगा। नतीजतन शैक्षणिक सत्र 6 महीने लेट हो गया, जिसका खामियाजा छात्रों को पढ़ाई के नुकसान के रूप में सहना पढ़ रहा हैं।

पीएचडी प्रवेश में भी फिसड्डी : यूजीसी के नियमो के अनुसार विश्वविद्यालयों को साल में दो बार पी एचडी की परीक्षा करवानी है। बीबीएयू द्वारा साल 2018 में पीएचडी प्रवेश परीक्षा कराई गई थे। विवि प्रशासन द्वारा भी साल में 2 बार पीएचडी प्रवेश परीक्षा कराए जाने का दावा किया गया था। मगर अक्टूबर 2021 बीतने को है, बीबीएयू की ओर इस पीएचडी प्रवेश परीक्षा नही कराई जा सकी।

'प्रवेश परीक्षा एनटीए के माध्यम से कराई गई थी । परीक्षा परिणाम के लिए विवि एनटीए के संपर्क में है। जल्द ही परिणाम घोषित होंगे। पीएच. डी. प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है। कुछ तकनीकी कारणों की वजह से कुछ समय के लिए नैक स्थगित हुई है। -डॉ रचना गंगवार, प्रवक्ता, बीबीएयू


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