सहायक एकाउंटेंट सोनी आत्महत्या: DRM ऑफिस में छानबीन, सात रेलकर्मियों पर FIR
डीआरएम कार्यालय की सहायक एकाउंटेंट की आत्महत्या का मामला। आरोपितों से होगी पूछताछ बयान दर्ज करने की तैयारी। 14 अप्रैल को आवासीय कॉलोनी में चौथे तल से कूदकर दी थी जान।
लखनऊ, जेएनएन। डीआरएम कार्यालय में सहायक अकाउंटेंट सोनी की आत्महत्या मामले में पुलिस आरोपित अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की तैयारी कर रही है। मंगलवार को पुलिस ने कार्यालय में जाकर छानबीन की। इस दौरान कुछ लोगों से पूछताछ भी की गई। सीओ आलमबाग डॉ. संजीव सिन्हा के मुताबिक आरोपितों के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। साक्ष्य संकलन के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सोनी के भाई संतोष की तहरीर पर पुलिस ने सोमवार रात सात रेलकर्मियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी। मामले की विवेचना अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक कर रहे हैं। पुलिस सातों आरोपितों के बयान दर्ज करेगी। सुसाइड नोट को आधार बनाकर पुलिस आगे की विवेचना कर रही है। सूत्रों का कहना है कि सोनी ने सुसाइड नोट में बड़े साहब को लिखित में शिकायत कर आरोपितों द्वारा प्रताडि़त किए जाने का जिक्र किया था। विवेचना में पुलिस उस लिखित शिकायत के बारे में भी छानबीन करेगी।
सीओ आलमबाग का कहना है कि उत्तर रेलवे डीआरएम कार्यालय में कार्यरत सोनी के अन्य सहयोगियों से प्रकरण के बारे में जानकारी की जाएगी। पता लगाया जाएगा कि सोनी को कब से कौन-कौन लोग परेशान कर रहे थे।
जांच के लिए भेजा गया सुसाइड नोट
पुलिस ने सुसाइड नोट को राइटिंग एक्सपर्ट के पास जांच के लिए भेजा है। फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर पुलिस यह पता लगाएगी कि नोट सोनी ने ही लिखा था या नहीं। इसके अलावा इस बात की भी पुष्टि होगी कि आखिर सुसाइड नोट कितने दिन पहले लिखा गया था।
ये है मामला
रविवार को आलमबाग स्थित रेलवे की वीजी मल्टी स्टोरी आवासीय कॉलोनी के चौथे तल से कूदकर सोनी ने आत्महत्या कर ली थी। वह हजरतगंज स्थित उत्तर रेलवे के डीआरएम दफ्तर में सहायक अकाउंटेंट के पद पर तैनात थीं। उनके फ्लैट से सुसाइड नोट बरामद किया गया था। इसमें उन्होंने अपने कार्यालय के कुछ कर्मचारियों पर प्रताडऩा का आरोप लगाया था। सोनी मूलरूप से बिहार के नालंदा जिले के जामनपुर गांव की रहने वाली थीं।