UP के बहराइच पुलिस की बड़ी कार्रवाई, साढ़े छह करोड़ की चरस के साथ अंतरराष्ट्रीय तस्कर दबोचा
बहराइच नेपाल से खेप लाते समय महमदा नाला के पास पुलिस ने तस्कर को पकड़ा। एसपी ने पुलिस कर्मियों को 25 हजार का दिया पुरस्कार सम्मान के लिए एडीजी को पत्र। पकड़े गए तस्कर के पास से बोरी में 21 किलो 30 ग्राम चरस बरामद की गई है।
बहराइच, जेएनएन। युवाओं को नशे की ओर ढकेल रहे अंतरराष्ट्रीय तस्कर गैंग का दरगाह पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने साढ़े छह करोड़ की चरस संग गैंग एक सदस्य को भी गिरफ्तार किया है। अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी पुलिस को हाथ लगी है। एसपी ने गिरफ्तारी टीम को 25 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया है। अपर पुलिस महानिदेश गोरखपुर जोन को पत्र भेजकर टीम को सम्मानित करने की सिफारिश भी की गई है।
नेपाल से सूखी चरस लेकर भारतीय सीमा में अंतरराष्ट्रीय तस्कर गैंग सदस्य के प्रवेश करने की सूचना मुखबिर से पुलिस को मिली थी। रात करीब पौने नौ बजे बहराइच- नानपारा हाईवे के महमदा नाला के पास पुलिस टीम मुस्तैद रही। तभी नानपारा की ओर से बाइक पर सवार युवक आता दिखा। पुलिस के वाहन रोकने पर वह वाहन मोड़ने का प्रयास करने लगा। इसी दौरान पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पकड़े गए तस्कर के पास से बोरी में 21 किलो 30 ग्राम चरस बरामद की गई है। तस्कर की पहचान मटेरा थाना क्षेत्र के ग्राम मलुहा भकुरहा के लालबाबू लोनिया के रूप में हुई है। पूछताछ में तस्कर ने बताया कि नेपालगंज से चरस लेकर उसे बलरामपुर में डिलीवरी देनी थी।
नेपाल में सक्रिय गैंग भारत में खपा रहा चरस: तस्कर ने पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं। एसओ मधुपनाथ मिश्र ने बताया कि नेपाल में अंतरराष्ट्रीय गैंग का अड्डा है। वहां से ही सीमा के रास्ते भारत में चरस को टुकड़ों में भेजा जा रहा है। यहां सक्रिय सदस्यों के जरिए दूसरे प्रदेशों तक चरस की आपूर्ति हो रही है।
मोबाइल से खुलेगा तस्करी का राज: तस्कर के पास नेपाली व भारतीय सिम लगी मोबाइल भी बरामद की गई है। इसमें कई नेपाली व दिल्ली तक के लोगों के मोबाइल नंबर मिले हैं। पकड़े जाने से कुछ घंटे पहले तक कई लोगों के संपर्क में तस्कर रहा। परीक्षण के बाद नेटवर्क से जुड़े लोग भी बेनकाब होंगे।
अंतरराष्ट्रीय चरस नेटवर्क का खुलासा: बहराइच एसपी डॉ. विपिन कुमार मिश्र के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय चरस नेटवर्क का खुलासा हुआ है। पकड़ा गया तस्कर गैंग का सक्रिय सदस्य है। क्षेत्रीय स्तर पर नेटवर्क में शामिल अन्य की भी तलाश हो रही है। गिरफ्तारी टीम को पुरस्कृत करने के लिए एडीजी गोरखपुर मंडल को भी पत्र भेजा गया है।