Indian Railway: रेल मंत्रालय अक्टूबर माह में चला सकता है मेमूू व पैसेंजर ट्रेन, यात्रियों को राहत
Indian Railway Update कोरोना जैसी महामारी के चलते की गई थी मेमू व पैसेंजर ट्रेनें बंद बढ़ रही यात्रियों की परेशानी। दोबारा चलने से करीब पचास हजार दैनिक यात्रियों को राहत मिलेगी। 12 सितंबर से रेलवे कुछ और ट्रेनें शुरू की है।
लखनऊ, जेएनएन। Indian Railway: उत्तर प्रदेश के लखनऊ के आधा दर्जन रेलवे स्टेशनों से प्रतिदिन पचास से साठ हजार दैनिक यात्री नियमित रूप से सौ से सवा सौ किमी का सफर एक तरफ से करते हैं। मेमू व पैसेंजर ट्रेनें बंद होने से ऐसे यात्रियों को परिवहन की बसों का सहारा लेना पड़ रहा है। इससे हर माह उन पर आर्थिक बोझ घर का बजट बिगाड़ रहा है। ऐसे में दैनिक यात्री एसोसिएशन रेल प्रशासन से इसकी कई माह से बातचीत कर रहा है। एसोसिएशन का तर्क है कि जब कोरोना जैसी महामारी में ट्रेनें, मेट्रो, बसे व हवाई जहाज चलाए जा रहे हैं तो मेमू व पैसेंजर ट्रेनें चलाने में क्या परेशानी है। यात्री जागरूक है। रेलवे अपने इंतजाम करे और मास्क न लगाने पर जुर्माने का प्रविधान कर दे। कम से कम पैसेंजर व मेमू ट्रेनों का संचालन तो करे, इससे पचास से साठ हजार दैनिक यात्रियों को राहत तो मिले। वहीं माना जा रहा है कि अक्टूबर से कुछ मेमू व पैसेंजर ट्रेनों को चलाने के लिए हरी झंडी मिल सकती है।
दैनिक यात्री एसोसिएशन के अध्यक्ष एसएस उप्पल कहते हैं कि एक जून से ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया था, फिर 12 सितंबर से रेलवे कुछ और ट्रेनें शुरू की है। इसी तरह 21 सितंबर से क्लोन ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया है। अब मेमू व पैसेंजर ट्रेनें भी चलानी चाहिए। क्येांकि रेलवे का किराया व बसों के किराए में जमीन आसमान का अंतर है। वहीं दैनिक यात्री सुधीर तिवारी, राकेश मिश्रा कहते हैं कि मेमू व पैसेंजर चलने से बहुत राहत मिलेगी, पैसे बचने के साथ ही समय की बचत भी होती है।
यहां के लिए चलाई जाए मेमू व पैसेंजर
दैनिक यात्री एसोसिएशन के पदाधिकारी कहते हैं कि कानपुर, उन्नाव के बीच सफर करने वाले यात्रियों का ग्राफ सबसे ज्यादा है। इसके बाद बाराबंकी, बुढ़वल, गोंडा, सीतापुर, रायबरेली, हरदोई, सुल्तानपुर, अमेठी, बछरावां है। यहां भी चारबाग रेलवे स्टेशन के अलावा लखनऊ जंक्शन, आलमनगर, अमौसी स्टेशन, ऐशबाग, सिटी स्टेशन, बादशाहनगर व गोमती नगर स्टेशन से दैनिक यात्री सफर करते हैं। उत्तर व पूर्वोत्तर रेलवे में करीब तीस हजार के आसपास मासिक सीजन टिकट एमएसटी धारक हैं।