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Indian Railway: सर्दी में लखनऊ मेल की स्लीपर में भीड़, एसी में घटी डिमांड

Indian Railway पहली बार यात्री नहीं जुटा पा रहीं शताब्दी और तेजस जैसी ट्रेनें। एसी एक्सप्रेस में 300 की जगह वेटिंग 20 पर अटकी लखनऊ मेल में स्लीपर में जमकर मारामारी। ट्रेनों में कभी वेटिंग का आंकड़ा तीन सौ के पार होता था।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Sun, 15 Nov 2020 10:07 AM (IST)Updated: Sun, 15 Nov 2020 10:07 AM (IST)
Indian Railway: सर्दी में लखनऊ मेल की स्लीपर में भीड़, एसी में घटी डिमांड
Indian Railway: पहली बार यात्री नहीं जुटा पा रहीं शताब्दी और तेजस जैसी ट्रेनें।

लखनऊ, जेएनएन। Indian Railway: ऐसा पहली बार हुआ है, जब दीपावली मनाने आने वाले यात्रियों की वापसी में डिमांड बहुत कम दिख रही है। कोरोना का असर ट्रेनों पर भी पड़ रहा है। एसी की जगह लोग स्लीपर क्लास में यात्रा करना पसंद कर रहे हैं। लखनऊ मेल और एसी एक्सप्रेस जैसी वीआइपी ट्रेनों में एसी क्लास की वेटिंग बमुश्किल दहाई अंक तक पहुंच पा रही है। इन ट्रेनों में कभी वेटिंग का आंकड़ा तीन सौ के पार होता था। वहीं ऐसा भी पहली बार हुआ है कि वीआइपी ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस और तेजस में सैकड़ों की संख्या में खाली सीटें यात्रियों का इंतजार कर रही हैं।

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दीपावली पर एनसीआर और दिल्ली में पढऩे वाले बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं और जॉब करने वाले लोग लखनऊ अपने घरों को आते थे। इस साल मार्च से कोरोना के कारण शिक्षण संस्थान बंद चल रहे हैं। बच्चे लखनऊ से ही ऑन लाइन पढ़ाई कर रहे हैं। यहीं कारण है कि नई दिल्ली से आने वाली ट्रेनों में इस बार उस तरह की भीड़ दीपावली पर नजर नहीं आ रही है। शुक्रवार को नई दिल्ली से चलने वाली लखनऊ मेल में स्लीपर क्लास की वेटिंग 157 तक पहुंची है। जबकि दीपावली से पहले यह वेटिंग 400 से करीब होने के बाद रिग्रेट हो जाती थी। इसी तरह एसी थर्ड की वेटिंग 150 की जगह 51 और एसी सेकेंड की वेटिंग 100 के स्थान पर 19 ही रह गई है। वीआइपी ट्रेन एसी एक्सप्रेस पर भी असर पड़ा है। श्ुाक्रवार को ट्रेन की एसी थर्ड में वेटिंग 28 ही रह गई। जबकि यह 300 से अधिक रहती थी। हालांकि एसी सेकेंड में थोड़ी वेटिंग अधिक है जो कि 33 तक हो गई है।

लखनऊ से वापसी में कम डिमांड

दीपावली बाद दिल्ली वापसी के लिए केवल गोमती एक्सप्रेस ही ऐसी ट्रेन है। जिसमें वेटिंग अधिक दिख रही है। इस ट्रेन की एसी चेयरकार में वेटिंग 6 को 46 और 17 नवंबर को 49 तक है। हालांकि सेकेंड सीटिंग क्लास में 15 नवंबर को भले ही 394 सीटें खाली हैं। लेकिन 16 नवंबर को 127 और 17 नवंबर को 118 जबकि 18 नवंबर को 46 तक पहुंच गई है। वहीं आइआरसीटीसी तेजस एक्सपे्रस में 15 नवंबर को एसी चेयरकार की 267, अगले दिन 16 को 179, वहीं 18 को 205 सीटें खाली हैं। दूसरी ओर शताब्दी एक्सप्रेस में 15 को 630, अगले दिन 16 को 245 व 17 को 391 और 18 नवंबर को 601 सीटें खाली हैं। वीआइपी ट्रेन लखनऊ मेल में 15 को एसी थर्ड में आरएसी चल रही है। जबकि 16 और 17 को 13 वेटिंग ही है। इसी तरह एसी सेकेंड में 15 को आरएसी, 16 को 10 और 17 नवंबर को पांच वेटिंग रह गई है। दूसरी ओर स्लीपर क्लास में 16 को 110 और 17 नवंबर को 53 वेटिंग हो गई है।

 इसलिए भी वेटिंग से परहेज

रेलवे सभी ट्रेनों की बुकिंग के साथ आरएसी के टिकट भी जारी कर रहा है। ऐसे में साइड लोअर बर्थ पर ही एक की जगह दो यात्री बैठकर सफर कर रहे हैं। ऐसे में कोरोना के कारण शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए लोग एसी में अधिक वेटिंग लेने से बच रहे हैं। वह स्लीपर क्लास में जरूर अधिक वेटिंग ले रहे हैं।

विमान पर भी असर

एक तरफ जहां ट्रेनों में डिमांड कम दिख रही है। वहीं यह ट्राफिक विमान सेक्टर की ओर जाता भी दिख रहा है। यहीं कारण है कि लखनऊ से नई दिल्ली के लिए 15 नवंबर को किराया 3741 से चार हजार रुपये के बीच है। हालांकि यह किराया पिछले साल दीपावली पर छह से आठ हजार रुपये के बीच था। लखनऊ से मुंबई का इंडिगो एयर का किराया भी 6157 रुपये का है। यह किराया 13 से 15 हजार रुपये के बीच रहता था।


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