Indian Railway: अब रेलवे लाइन किनारे दुर्गंध का कटेगा टिकट, सुगंध होगी हमसफर
Indian Railway ऑपरेशन कायाकल्प में रेलवे ने गंदगी हटाकर लगाए फूलों के पौधे। रेलवे ने लखनऊ से गोरखपुर तक तैयार की रंग बिरंगी फूलों की दीवार।
लखनऊ [निशांत यादव]। Indian Railway: रेलवे पटरी किनारे तो आपकी हुई होगी। अब दुर्गंध नहीं, फूलों की खुशबू रेल यात्रा के दौरान हमसफर होगी। राजधानी के ऐशबाग से लेकर मल्हौर तक रेल लाइन किनारे कूड़े के ढेर की जगह खिलखिलाते रंग-बिरंगे फूल नजर आएंगे। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने ऑपरेशन कायाकल्प के तहत लाइन किनारे की गंदगी खत्म करने के लिए अनोखा कदम उठाया है। लाइन किनारे खाली जमीन पर बोगनविलिया के पौधे लगाने शुरू कर दिए हैं। रेल मंडल में करीब डेढ़ लाख पौधे इस साल लगेंगे, जिसमें लखनऊ से ऐशबाग, बादशाहनगर व गोमतीनगर होते हुए मल्हौर तक पांच हजार पौधे लगाए जाएंगे।
रेल लाइन किनारे बसी कालोनियों का कूड़ा और गंदगी लोग पटरी की तरफ फेंक देते हैं। इस कारण ट्रेनें जब लखनऊ में पहुंचती हैं तो यात्रियों को गंदगी से उठने वाली दुर्गंध का भी सामना करना पड़ता है। डीआरएम डॉ. मोनिका अग्निहोत्री ने पटरी किनारे वर्षों से पड़ी गंदगी को हटाने और लाइन की सफाई के लिए ऑपरेशन कायाकल्प की शुरुआत की। इसके तहत रेलवे ने बोगनविलिया के पौधे लगाने का काम शुरू किया। इन रंग-बिरंगे फूल, पौधे वातावरण हरा-भरा रखेंगे। वहीं इसके कांटे की बाड़ गंदगी को पटरियों तक आने से रोकेगी। रेलवे करीब 1100 रूट किलोमीटर पटरी के किनारे इन पौधों को लगाएगा
क्या कहते हैं लखनऊ पूर्वोत्तर रेलवे डीआरएम ?
लखनऊ पूर्वोत्तर रेलवे डीआरएम डॉ. मोनिका अग्निहोत्री के मुताबिक, पटरियों के किनारे बोगनवेलिया के पौधे लगाने का काम शुरू किया गया है। इससे हरियाली और सुगंध के साथ ही कांटे की बाड़ गंदगी को पटरी पर आने से रोकेगी।