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IISF: विज्ञान महाकुंभ से निकलेगी नव भारत के निर्माण की राह, जुटेंगे दस हजार वैज्ञानिक

भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव-2018 का आगाज पांच अक्टूबर से। आइआइएसएफ का औपचारिक उद्घाटन राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद छह अक्टूबर को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में करेंगे।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 04 Oct 2018 09:21 PM (IST)Updated: Fri, 05 Oct 2018 07:36 AM (IST)
IISF: विज्ञान महाकुंभ से निकलेगी नव भारत के निर्माण की राह, जुटेंगे दस हजार वैज्ञानिक
IISF: विज्ञान महाकुंभ से निकलेगी नव भारत के निर्माण की राह, जुटेंगे दस हजार वैज्ञानिक

लखनऊ(जेएनएन)। विज्ञान ही वह शक्ति है, जिससे नव भारत के निर्माण का सपना साकार होगा। जरूरी है कि जन-जन फिर वह चाहे शहरी हों या ग्रामीण, विज्ञान से जुड़ें। इसी सपने को साकार करने के लिए राजधानी में चौथे भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव- 2018 (आइआइएसएफ) का आयोजन किया जा रहा है। विज्ञान के इस महाकुंभ में दस हजार वैज्ञानिकों के अलावा लाखों लोग जुटेंगे।

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चार दिवसीय विज्ञान महाकुंभ की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। शुक्रवार से शुरू होने वाले आइआइएसएफ का औपचारिक उद्घाटन राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद छह अक्टूबर को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शाम साढ़े पांच बजे करेंगे। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी मौजूद रहेंगे। यह कार्यक्रम पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित है। आठ अक्टूबर आइआइएसएफ के समापन समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मौजूद रहेंगे। 

डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नव भारत का सपना देखा है, जिसे वह वर्ष 2022 तक पूरा होता देखना चाहते हैं। यह ऐसा भारत होगा जिसमें हर तरफ खुशहाली हो। उनके इस सपने को साकार करने में आइआइएसएफ महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा। संपूर्ण आयोजन न केवल वैज्ञानिकों बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। 

खास होगा आइआइएसएफ 2018
डॉ. हर्षवर्धन नेे कहा कि आइआइएसएफ की परिकल्पना वर्ष 2014 में इसलिए की गई थी कि प्रयोगशालाओं में हो रही साइंस से आमजन वाकिफ हो सकें। यही नहीं देश के छात्र-छात्राएं व युवा विज्ञान से दूरी कम कर इसमें अपना करियर तलाशें। साथ ही समाज वैज्ञानिक उपलब्धियों के  जरिए जीवन स्तर सुधार सके। दरअसल, विकास की राह विज्ञान से होकर ही निकलती है। ऐसे में विकसित नव भारत का सपना देखना है तो विज्ञान से दोस्ती बढ़ानी होगी। आइआइएसएफ विज्ञान को बड़ा जनांदोलन बनाने का जरिया है। उन्होंने कहा कि आइआइएसएफ के दो आयोजन दिल्ली व एक चेन्नई में हो चुका है। इसमें करीब पांच लाख लोग शामिल हुए थे। कोशिश यह है कि इस बार और अधिक लोग इससे जुड़ें। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पहला मौका है जबकि आइआइएसएफ जैसा विशाल आयोजन उत्तर प्रदेश में हो रहा है। प्रदेश के युवाओं के लिए यह एक बेहतरीन अवसर है जबकि वह वरिष्ठ वैज्ञानिकों के अनुभव का लाभ उठा सकेंगे। केवल लखनऊ ही नहीं आसपास के जिलों से भी छात्र-छात्राएं इस आयोजन में शामिल होंगे। 

 

मेगा साइंस, टेक्नालॉजी एंड इंडस्ट्री एक्सपो 

आइआइएसएफ का मुख्य कार्यक्रम इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होगा, जबकि गोमती नगर रेलवे स्टेशन ग्राउंड में मेगा साइंस, टेक्नालॉजीएंड इंडस्ट्री एक्सपो का आयोजन किया जाएगा। डॉ.हर्षवर्धन गुरुवार सुबह 11 बजे इसका उद्घाटन करेंगे। देश में विज्ञान ने अब तक जितनी भी तरक्की की है इसकी झलक एक्सपो में देखने को मिलेगी। एक्सपो सुबह दस बजे से शाम सात बजे तक आम लोगों के लिए खुला रहेगा। प्रवेश निश्शुल्क होगा। 

साइंस विलेज 

राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआइ) में प्रधान मंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिए गए गांवों से ढाई हजार बच्चे जुटेंगे। 

हेल्थ कॉन्क्लेव

अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कंवेंशन सेंटर में महिलाओं व बच्चों की सेहत पर कॉन्क्लेव होगा। इसमें लगने वाली प्रदर्शनी में लोग सेहत पर हर जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

लिमका बुक रिकाॅर्ड की तैयारी

स्कूली बच्चे दो तरह के रिकार्ड बनाने की तैयारी में है। एक साथ 600 स्टूडेंट्स डीएनए आइसोलेशन करेंगे। वहीं दूसरा रिकार्ड तीन हजार बच्चे  फस्र्ट एड सीख कर बनाएंगे।

 

दो सौ से ज्यादा स्टार्टअप लेंगे हिस्सा  

प्रधान मंत्री द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर स्टार्टअप शुरु करने वाले 200 से अधिक युवा दूसरों के लिए प्रेरणा बनेंगे।

सफल महिला उद्यमी जुटेंगी  

लगभग आठ सौ सफल महिला उद्यमी अपनी उपलब्धियों के साथ सफलता की कहानी साझा करेंगी। 

साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर कॉनक्लेव

विदेशों से आए साइंस एंड टेक्नोलॉजी मंत्री विज्ञान पर चर्चा करेंगे। इसमें भविष्य की योजनाओं पर भी मंथन होगा। 

 

पर्यावरण पर होगी चर्चा

आइआइएसएफ में पहली बार वायु प्रदूषण पर चर्चा होगी। साथ ही ग्रीन गुड डीड्स कार्यक्रम में ऐसे नए आइडिया का प्रदर्शन किया जाएगा जो पर्यावरण हितैषी हैं।   

केंद्रीय मंत्रियों और CM समेत 39 को राज्य अतिथि का दर्जा
आधा दर्जन से अधिक केंद्रीय मंत्रियों, कई राज्यों के मुख्यमंत्री व मंत्रियों सहित कुल 39 विशिष्ट मेहमानों को विज्ञान महोत्सव में स्टेट गेस्ट का दर्जा दिया गया है। सभी वीआइपी की सुरक्षा और ठहरने के खास इंतजाम किए जा रहे हैं। पांच से आठ अक्टूबर तक हो रहे विज्ञान महोत्सव में राष्ट्रपति छह अक्टूबर को आएंगे। शनिवार को शाम करीब सवा चार बजे विशेष विमान से राष्ट्रपति अमौसी एयरपोर्ट पहुंचेंगे। जहां से वह सीधे मुख्य कार्यक्रम स्थल इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के लिए प्रस्थान करेंगे। करीब डेढ़ घंटे वहां रहने के बाद राष्ट्रपति साढ़े छह बजे के करीब वहां से प्रस्थान करेंगे। महोत्सव में करीब एक दर्जन राज्यों के सीएम के अलावा कई राज्यों के मंत्री और अधिकारी व वैज्ञानिक भाग लेंगे। 

 

ये होंगे शामिल

प्रमुख केंद्रीय मंत्री : नितिन गडकरी, हर्षवर्धन अग्रवाल, कर्नल राज्य वर्धन सिंह राठौर, धमेंद्र प्रधान व पीपी चौधरी,। 

मुख्यमंत्री :  देवेंद्र फडऩवीस महाराष्ट्र, प्रेमा खांडू अरुणाचल प्रदेश, मनोहर पारिख सीएम गोवा, विजय रूपानी गुजरात, पिनाराई विजय केरल, कराड संगमा मेघालय, वाई जॉय कुमार मणिपुर, नेफियू रियो नागालैंड, त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड। 


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