लखनऊ में जल्द स्थापित होगा देश का सबसे बड़ा स्टार्टअप इनक्यूबेटर, एसटीपीआइ को सौंपी गई जिम्मेदारी
देश का सबसे बड़ा स्टार्टअप इनक्यूबेटर जल्द ही लखनऊ में स्थापित किया जाएगा। इसके निर्माण और संचालन का जिम्मा सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स आफ इंडिया को सौंपा जा रहा है।
लखनऊ, जेएनएन। देश का सबसे बड़ा स्टार्टअप इनक्यूबेटर जल्द ही लखनऊ में स्थापित किया जाएगा। इसके निर्माण और संचालन का जिम्मा सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स आफ इंडिया (एसटीपीआइ) को सौंपा जा रहा है। उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रानिक्स कारपोरेशन लिमिटेड ने इसके लिए राजधानी में अमौसी एयरपोर्ट के सामने पहले ही 2.50 लाख वर्ग फीट जमीन चिह्नित कर ली है। फिलहाल यहां नए-नए आइडिया पर स्टार्टअप शुरू करने के लिए युवाओं को मार्गदर्शन दिया जाएगा। विशेषज्ञों की देखरेख में यहां पर स्टार्टअप शुरू करने के लिए जरूरी संसाधन आदि मौजूद रहेंगे। फिलहाल भारत में यह सबसे बड़ा इन्क्यूबेटर केंद्र होगा।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि एसटीपीआइ से बातचीत की जा रही है और जल्द इसका निर्माण शुरू होगा। वहीं आइआइटी कानपुर की मदद से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर उत्कृष्टता का केंद्र नोएडा में स्थापित किया जाएगा। वहीं मेरठ, प्रयागराज, गोरखपुर, आगरा, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, बरेली आदि में आइटी पार्क स्थापित किए जा रहे हैं। प्रयागराज में आइटी पार्क शुरू हो गया है और मेरठ में नवंबर 2020 तक यह बनकर तैयार हो जाएगा। आगरा व गोरखपुर में भी दिसंबर 2020 तक आइटी पार्क का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा। इन आइटी पार्क में युवाओं के आइडिया पर स्टार्टअप शुरू करने के लिए इनक्यूबेटर की सुविधा भी मिलेंगी। प्रदेश में नई स्टार्टअप नीति 2020 के तहत आने वाले वर्षों में स्टार्टअप रैंकिंग में प्रदेश को प्रथम तीन स्थान पर लाने का लक्ष्य है।
वर्ष 2025 तक 100 इनक्यूबेटर होंगे स्थापित : यूपी में वर्ष 2025 तक प्रत्येक जिले में कम से कम एक इनक्यूबेटर सहित 100 इनक्यूबेटर स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। ताकि अधिक से अधिक युवा अपना खुद का स्टार्टअप स्थापित कर स्वावलंबी बन सकें।
ट्रांसजेंडर, दिव्यांग व महिलाओं को 50 प्रतिशत प्रोत्साहन : यूपी में बुंदेलखंड तथा पूर्वांचल क्षेत्र में स्थापित स्टार्टअप और इनक्यूबेटर के साथ-साथ दिव्यांगजन, ट्रांसजेंडर और महिलाओं के संस्थापक व सह संस्थापक वाले स्टार्टअप को राज्य सरकार 50 प्रतिशत तक अतिरिक्त प्रोत्साहन देगी।