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भारत में शिक्षा के साथ मिलता है संस्कार : राजनाथ सिंह

देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह का मानना है कि शिक्षा तो विश्व के हर कोने में मिलती है लेकिन शिक्षा के साथ संस्कार सिर्फ भारत में ही मिलता है। राजनाथ सिंह प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के उदय प्रताप (यूपी) कालेज के स्थापना दिवस कार्यक्रम के समापन

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2015 04:49 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2015 04:51 PM (IST)
भारत में शिक्षा के साथ मिलता है संस्कार : राजनाथ सिंह

लखनऊ। देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह का मानना है कि शिक्षा तो विश्व के हर कोने में मिलती है लेकिन शिक्षा के साथ संस्कार सिर्फ भारत में ही मिलता है। राजनाथ सिंह प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के उदय प्रताप (यूपी) कालेज के स्थापना दिवस कार्यक्रम के समापन में शिरकत करने के बाद आज फिर दिल्ली लौट गये।

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राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत को विश्व गुरु फिर से बनाना है। आज जो दुनिया में लाखों खर्च करके उत्पाद बताया जा रहा है वह हमारे वेद और उपनिषदों में हजारों साल पहले लिखा जा चुका है। वर्तमान शिक्षा प्रणाली पर उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में लोग दूसरों से पूछते है आप की शिक्षा कहां से हुई परन्तु केवल भारत में ही पूछा जाता है की आपकी शिक्षा-दीक्षा कहां से हुई है। शिक्षा का अर्थ आपके ज्ञान से है जबकि दीक्षा का अर्थ आपके संस्कार से होता है। संस्कार केवल भारत में ही सिखाया जाता है।

उदय प्रताप कालेज में स्थापना दिवस के समापन समारोह के सिलसिले में वाराणसी पहुंचे गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचने पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। गृहमंत्री वायुसेना के विमान से दिन में करीब डेढ़ बजे लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के एप्रन पर उतरे और इसके बाद यूपी कालेज की ओर रवाना हो गए। इस दौरान एयरपोर्ट पर आधा दर्जन स्थानीय नेता पुराने टर्मिनल भवन से अंदर मुलाकात के लिए गए लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी। एयरपोर्ट से यूपी कालेज के स्थापना दिवस के समापन समारोह में पहुंचने पर गृहमंत्री को सर्वप्रथम गार्ड आफ ऑनर दिया गया। यूपी कालेज में कार्यक्रम समापन के बाद गृहमंत्री शाम चार बजे दिल्ली लौट गये।


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