रायबरेली में महिला ने जीआरपी में तैनात सिपाही पर लगाया यौन शोषण का आरोप, पुलिस प्रशासन में मचा हड़कंप
उन्नाव जिले की रहने वाली एक महिला ने यहां जीआरपी में तैनात एक सिपाही पर गम्भीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि आर्य समाज मंदिर में शादी रचा कर पहले यौन शोषण किया अब अपनाने से पुलिसकर्मी इन्कार कर रहा है।
रायबरेली, संवाद सूत्र। उन्नाव जिले की रहने वाली एक महिला ने यहां जीआरपी में तैनात एक सिपाही पर गम्भीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि आर्य समाज मंदिर में शादी रचा कर पहले यौन शोषण किया, अब अपनाने से पुलिसकर्मी इन्कार कर रहा है। हरदोई के रहने वाले एक सिपाही की तैनाती यहां राजकीय रेलवे पुलिस थाने में है, जबकि महिला उन्नाव के एक गांव की है। कहीं दोनों का आपस में संपर्क हुआ। उसके बाद फोन से बातचीत होने लगी दोनों और करीब आ गए।
कानपुर के मंधना स्थित आर्य समाज मंदिर में इसी साल 2 अप्रैल को शादी रचा ली लेकिन सिपाही, महिला को अपने साथ ले नहीं आया, बल्कि वह अपने ही घर में थी। सिपाही वहां आता-जाता रहा इसी बीच सिपाही की कहीं और शादी तय हो गई इसका पता चला तो महिला न्याय के लिए दौड़ने लगी कानपुर नगर में पुलिस के चक्कर काटे यहां जीआरपी थाने में संपर्क कर थानाध्यक्ष को अपनी व्यथा सुनाई, लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकला। इसके बाद एसपी श्लोक कुमार से मिलने उनके कार्यालय भी गई थी। पीड़िता का कहना है कि 6 माह तक यौन शोषण करने के बाद सिपाही उसे अपनाने को तैयार नहीं है, बल्कि दूसरी जगह शादी रचाने जा रहा है। उसके विवाह की तैयारी जोरों से चल रही है।
तथ्य छिपाकर महिला ने रचाई शादीः सिपाही का कहना है कि उसने महिला के साथ आर्य समाज मंदिर में शादी की थी, लेकिन यह शादी उसे धोखे में रखकर की गई। महिला की पहले ही शादी हो चुकी थी। उसके एक बेटा भी है। पति की मौत हो चुकी है। यह बात उससे छिपाई गई। यही विवाद की वजह है। इसका एक केस भी हरदोई न्यायालय में चल रहा है।दूसरी शादी करने का आरोप पूरी तरह से निराधार है।
सिपाही पर यौन शोषण का आरोप लगा रही महिला ने कुछ दिन पहले फोन से संपर्क किया था। अपनी बात बताई थी, लेकिन मामला उनके कार्य क्षेत्र के बाहर का है। इसलिए पीड़िता को संबंधित थाने में शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी गई थी। -अमला सिंह यादव, एसओ जीआरपी