डेंगू में अधिक तरल पदार्थ लेकर फेरें बीमारी पर पानी, नहीं होगी प्लेटलेट्स की कमी
इन दिनों डेंगू का प्रकोप चरम पर है। लगभग हर दूसरे घर में कोई ना कोई व्यक्ति डेंगू बुखार से ग्रस्त है। आलमबाग टूडियागंज इंदिरा नगर चिनहट सिल्वर जुबली केएन रोड अलीगंज इत्यादि राजधानी के सबसे बड़े डेंगू के हॉटस्पॉट बने हुए हैं।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। इन दिनों डेंगू का प्रकोप चरम पर है। लगभग हर दूसरे घर में कोई ना कोई व्यक्ति डेंगू बुखार से ग्रस्त है। आलमबाग टूडियागंज, इंदिरा नगर, चिनहट, सिल्वर जुबली, केएन रोड, अलीगंज इत्यादि राजधानी के सबसे बड़े डेंगू के हॉटस्पॉट बने हुए हैं। केवल इन्हीं इलाकों में अब तक 600 से ज्यादा डेंगू मरीज सामने आ चुके हैं। ज्यादातर अस्पतालों के डेंगू वार्ड फुल हो गए हैं। 15 से 20 फीसद मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ाने की नौबत आ रही है। डेंगू से मरीजों की हालत गंभीर हो रही है और उनमें ब्लीडिंग नहीं देखने को मिल रही है। ऐसे में हालात लगातार बेकाबू हो रहे हैं। मगर इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
राजभवन के पूर्व आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर शिव शंकर त्रिपाठी और लोहिया संस्थान के आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टर एस के पांडेय के अनुसार, डेंगू होने पर मरीज को अधिक से अधिक मात्रा में तरल पदार्थ लेना चाहिए। इनमें नारियल का पानी, गाजर, टमाटर, पालक इत्यादि का जूस और फलों का जूस लेना चाहिए। इससे मरीजों की प्लेटलेट्स नहीं गिरती है। मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की नौबत भी नहीं आती।
राजभवन के पूर्व आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर शिव शंकर त्रिपाठी कहते हैं कि इस सीजन में बुखार कोई भी हो...मरीज ने जांच कराई हो या नहीं कराई हो, लेकिन उसे तत्काल प्रभाव से पपीते के पत्ते का रस दो चम्मच और दो चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम लेना चाहिए। इससे उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनी रहती है। प्लेटलेट्स भी नहीं गिरती। उन्होंने कहा कि मैंने कई दर्जन मरीजों का इलाज खुद किया है और उन्हें दो चम्मच शहद और दो चम्मच पपीते का रस मिलाकर सुबह-शाम दिया।
ऐसे मरीजों की प्लेटलेट्स कभी 70-80 हजार से नीचे गिरी ही नहीं। उन्होंने कहा कि बुखार आने पर गिलोय घनवटी और सुदर्शन घनवटी दो-दो गोली दिन में तीन बार लेना चाहिए। फलों में अनार सेब, कीवी, अंजीर मुनक्का इत्यादि फायदेमंद है। अंजीर और मुनक्का को दूध में उबालकर पीने से भी काफी फायदा होता है। वहीं लोहिया संस्थान के डॉक्टर एसके पांडेय का कहना है कि मरीज को कम से कम तीन लीटर पानी रोज पीना चाहिए। इसके साथ ही नारियल पानी, फलों का जूस, सब्जियों का जूस जरूरी है। ऐसा करने पर प्लेटलेट्स नीचे नहीं गिरती। रोगी घर में ही रह कर अपना इलाज पूरा कर सकता है। उसकी स्थिति गंभीर नहीं होने पाती।