लखनऊ में बिल्डरों के पीछे बाहुबलियों का दम, सैकड़ों हेक्टेयर पर कब्जे ; इन गांवों में अवैध प्लाटिंग
लखनऊ शहीद पथ और सीजी सीटी के आसपास कई गांवों में चल रही अवैध प्लाटिंग। बीएसएल लेवल-3 की जमीन भी अवैध कब्जे की शिकार। इन गांवों में चल रही अवैध प्लाटिंग मलेशेमऊ सरसवां मस्तेमऊ अहमामऊ बक्कास कटरा।
लखनऊ [राजीव बाजपेयी]। शहीद पथ, सीजी सीटी और एपीआइ अंसल के आसपास सैकड़ों हेक्टेयर जमीनों पर अवैध तरीके से प्लाटिंग की जा रही है। सैकड़ों लोगों की गाढ़ी कमाई इसमें फंस चुकी है। प्रशासन की सख्ती से बिल्डरों में खलबली मची है। जांच का घेरा आगे बढ़ा तो कई पंचायतों में माफिया के पैरों तले से सरकारी जमीन खिसकना तय है।
प्रशासन ने मलेशेमऊ और सरसवां में एक हजार करोड़ से अधिक कीमत की जमीन पर कब्जा जमाया तो आसपास के कई किलोमीटर के दायरे में अवैध तरीके से प्लाटिंग कर रहे बिल्डर और रियल एस्टेट कारोबारी सक्रिय हो गए हैं। पास ही में पूर्वांचल के एक बाहुबली की सरपरस्ती में अवैध तरीके से प्लाटिंग हो रही है। सुजीत पांडेय हत्याकांड के मुख्य आरोपितों ने भी इकाना स्टेडियम के पीछे जमीनों पर कब्जा कर रखा हैं।
हरिहरपुर में तो करीब सौ बीघे जमीन पर फर्जी पट्टों पर जमीन बेचकर लोगों को बेच दिया गया। यहां पर अब लोगों ने घर बसा लिए हैं। लंबे समय से तहसील प्रशासन पैमाइश कराने के दावे कर रहा है। सरसवां में तो केंद्र सरकार की मदद से बनने वाली बायो सेफ्टी लैब लेवल-3 का निर्माण भी अवैध कब्जों में फंस गया है। सरोजनीनगर तहसील ने लैब के लिए जमीन आवंटित की थी, लेकिन भूमाफिया लील गए। स्वास्थ्य विभाग तहसील के चक्कर लगा रहा है। कोरोना काल में सरकार ने लैब के लिए तेजी दिखाई, लेकिन माफिया के आगे प्रशासन की चाल सुस्त पड़ गई। दरअसल शहीद पथ, सीजी सिटी और इकाना स्टेडियम के आसपास जमीनों के भाव आसमान पर हैं। लखनऊ के अलावा बाहर के लोग भी इन इलाकों में जमीन खरीद रहे हैं। दरअसल माफिया की शह पर बिल्डरों ने पूरे इलाके में ऐसा काकस बना लिया है, जिसे तोडऩा आसान नहीं है। हालांकि डीएम अभिषेक प्रकाश ने ज्वाइंट टीम बनाकर माफिया पर तगड़ा वार किया है। डीएम का कहना है कि पूरे इलाके में जहां पर भी प्लाटिंग चल रही है वहां जमीनों की जांच होगी। सदर, मोहनलालगंज और सरोजनीनगर तहसीलों के अलावा ज्वाइंट टीम को लगाया जाएगा।
राजस्वकर्मियों और माफिया की मिलीभगत
सरकारी जमीनों पर कब्जे और फर्जी पट्टे राजस्वकर्मियों और माफिया की मिलीभगत के चलते हुए। लंबे समय से माफिया की नजर इन बेशकीमती जमीनों पर थी। राजस्वकर्मियों को सीढ़ी बनाकर माफिया ने सरकारी जमीनों पर मकान खड़े करा दिए। हैरत की बात है कि सरकारी जमीन, तालाब और चारागाह की जमीनों पर कंक्रीट का जंगल बन गया और प्रशासन सोता रहा।
पैमाइश के लिए एडीएम के नेतृत्व में बनी टीम
डीएम अभिषेक प्रकाश ने जागरण को बताया कि एडीएम प्रशासन के नेतृत्व में जमीन की पैमाइश कराई जाएगी। एसडीएम सदर प्रफुल्ल त्रिपाठी का कहना है कि मलेशेमऊ में एलडीए की अधिग्रहीत जमीन थी, इसलिए सरसवां में पैमाइश होगी।
बिल्डरों पर कार्रवाई होगी
डीएम के मुताबिक एलडीए की अधिग्रहीत जमीन की प्लाटिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। पूरी रिपोर्ट मंगाई जा रही है।