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10 दिन में ढहेगा सीरियल किलर भाईयों का अवैध घर, छावनी परिषद ने जारी किया आदेश

10 दिन में सीरियल किलर भाईयों के परिवारीजनों ने यदि अवैध रूप से बनाए गए घर को नहीं तोड़ा तब परिषद प्रशासन उसे खुद ही तोड़ेगा। निर्माण को तोडऩे पर होने वाले खर्च की वसूली भी सीरियल किलर भाईयों के परिवारीजनों से करेगा।

By Rafiya NazEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 07:19 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 07:19 AM (IST)
10 दिन में ढहेगा सीरियल किलर भाईयों का अवैध घर, छावनी परिषद ने जारी किया आदेश
लखनऊ में सीरियल किलर भाईयों का अवैध 10 दिन में ढहाएगा छावनी परिषद।

लखनऊ, जेएनएन। जरायम की दुनिया में आतंक मचाने वाले सीरियल किलर भाईयों की बनायी अवैध संपत्ति को लेकर आखिरकार छावनी परिषद एक्शन में आ गया है। परिषद प्रशासन ने बूचर मोहाल में स्थित तीन मंजिला आलीशान मकान का नक्शा पास न कराए जाने पर उसे 10 दिन में गिराने का आदेश जारी कर दिया है। इन 10 दिन में सीरियल किलर भाईयों के परिवारीजनों ने यदि अवैध रूप से बनाए गए घर को नहीं तोड़ा, तब परिषद प्रशासन उसे खुद ही तोड़ेगा। निर्माण को तोडऩे पर होने वाले खर्च की वसूली भी सीरियल किलर भाईयों के परिवारीजनों से करेगा।

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परिषद के सीईओ अमित कुमार मिश्र ने बताया कि निर्माण बिना अनुमति के हुआ है। अवैध निर्माण रोकने की नोटिस पहले जारी की गई थी। इसके बाद जवाब दाखिल का मौका भी दिया गया। अब तोडऩे की नोटिस जारी कर दी गई है। परिषद 10 दिन के भीतर स्वयं अवैध निर्माण न ढहाए जाने पर उसे गिराने की कार्रवाई होगी। जेल में बंद सीरियल किलर सलीम, रुस्तम और सोहराब के गुर्गे शहर में अवैध वसूली, सट्टा, स्मैक जैसे कामों में लिप्त हैं। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से भी सीरियल किलर भाईयों के तार जुड़ रहे हैं। पिछले दिनों ही मुख्तार अंसारी के अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चला था। वहीं लखनऊ में छावनी परिषद के पूर्व पार्षद श्याम नारायण पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय, सैफी सहित कई हत्याकांड में सीरियल किलर भाईयों के नाम सामने आए थे। सीरियल किलर अपनी मां की बीमारी के नाम पर पेरोल पर लखनऊ आते थे। यहां वह बिल्डरों और व्यापारियों से वसूली करते थे। पिछले साल ही पेरोल पर आए रुस्तम ने जब सरोजनीनगर के एक व्यापारी को धमकी देकर उससे वसूली करने पहुंचा तो वहां पुलिस से उसकी मुठभेड़ हो गई। रुस्तम कार सहित वहां से भाग निकला। जिस समय रुस्तम वहां से भागा, उस समय साथ में उसकी पत्नी रुख्सार भी मौजूद थी। इसके बाद रुस्तम ने एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल किया था। जिसमें उसने लखनऊ पुलिस से अपनी जान को खतरा बताया था।

लखनऊ की जगह कानपुर में पेशी

छावनी परिषद पार्षद पप्पू पांडेय की हत्या के बाद भी सीरियल किलर पेशी के लिए लखनऊ आते थे। यहां चारबाग स्टेशन के वेटिंग हाल में वह अपने गुर्गों से मिलते थे। इसका पता चलने पर जिला न्यायालय ने तीनों की वीडियो क्रांफेंसिंग से जेल से ही पेशी के आदेश दिए।  इसकी भनक लगते ही लखनऊ से दिल्ली जाते हुए तीनों भाईयों ने दिल्ली पुलिस की मौजूदगी में आम्रपाली एक्सप्रेस में टीटीई की पिटाई कर दी थी। रेलवे एक्ट के तहत कानपुर में मुकदमा दर्ज किया गया। जहां अब तीनों भाई पेशी पर आने लगे।

बदलेगी छावनी की सियासत

सीरियल किलर भाईयों का इरादा छावनी परिषद की सत्ता के गलियारे में अपनी धमक जमाने का है। वर्ष 2015 के छावनी परिषद चुनाव से पहले पप्पू पांडेय की हत्या अमीनाबाद में कर दी गई थी। पप्पू पांडेय के वार्ड नंबर छह से सलीम की पत्नी अंजुम आरा ने और वार्ड सात से रुस्तम की पत्नी रुख्सार ने चुनाव लड़ा था। हालांकि अंजुम आरा जीतकर परिषद उपाध्यक्ष बन गई। जबकि रुख्सार चुनाव हार गई। रुख्सार की महत्वाकांक्षा पूरा करने के लिए तिहाड़ से कई बार सीरियल किलर भाईयों ने छावनी के जनप्रतिनिधियों को डराया। अब फरवरी 2021 में परिषद के चुनाव प्रस्तावित हैं। सीरियल किलर भाईयों के अवैध निर्माण टूटने पर इस चुनाव से पहले उनके आतंक पर जरूर अंकुश लगेगा।

इसलिए पड़ा नाम

सलीम, रुस्तम और सोहराब का नाम सीरियल किलर उनकी एक साथ तीन सिलसिलेवार हत्याओं के कारण पड़ा। अपने भाई जावेद की हत्या का बदला लेने के लिए तीनों भाईयों ने एक-एक घंटे के भीतर शहर में तीन हत्याओं को अंजाम दिया था।


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