रामनगरी को धार्मिक पर्यटन केंद्र बनाने सहयोग करेगा IIM इंदौर, नगर निगम अयोध्या से हुआ समझौता
नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि इंदौर की गिनती देश के स्वच्छतम शहरों में होती है। इसी के दृष्टिगत वहां के मॉडल के आधार पर अयोध्या विकसित की जाएगी। सबसे पहले अयोध्या में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत सूचना शिक्षा और संचार पहलुओं पर कार्य होंगे।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने रामनगरी अयोध्या को आध्यात्मिक और धार्मिक पर्यटन के लिए प्रोफेशनल ढंग से विकसित करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए नगर निगम अयोध्या और आइआइएम इंदौर में समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत आइआइएम इंदौर अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक और धार्मिक पर्यटन स्थलीय के रूप में स्वच्छता मानकों को बनाए रखने के लिए सेवाएं देगा। आइआइएम के विशेषज्ञ नगर निगम के स्टाफ को प्रशिक्षित भी करेंगे। इससे अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उच्चस्तरीय सुविधाएं विकसित करने की दिशा में कार्य होंगे।
नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि इंदौर की गिनती देश के स्वच्छतम शहरों में होती है। इसी के दृष्टिगत वहां के मॉडल के आधार पर अयोध्या विकसित की जाएगी। सबसे पहले अयोध्या में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत सूचना, शिक्षा और संचार पहलुओं पर कार्य होंगे। उन्होंने बताया कि इस समझौते पर आइआइएम के डायरेक्टर हिमांशु राय और अयोध्या के मुख्य नगर आयुक्त विशाल सिंह ने हस्ताक्षर किए हैं।
नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि प्रदेश सरकार अयोध्या में हर सुविधा उपलब्ध कराने की कोशिश में जुटी है। सुगम यातायात के लिए सड़कों को चौड़ा करने के साथ अयोध्या को सरकार सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके अलावा अंडरग्राउंड केबलिंग व अच्छे मार्ग प्रकाश व्यवस्था के साथ पर्यटन की दृष्टि से अयोध्या में सुंदरीकरण को तीव्र गति से पूरा कराने के लिए आवास, नगर विकास विभाग, धमार्थ कार्य और लोक निर्माण विभाग को अंतर-विभागीय समन्वय स्थापित कर सभी कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।