आइएएस अनुराग की मौत की ठोस वजह तलाशना सीबीआइ के लिए चुनौती
कर्नाटक के आइएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत मामले में सीबीआइ के सामने भी अनुराग की हत्या की ठोस वजह सबसे बड़ी चुनौती साबित हो रही है।
लखनऊ (जेएनएन)। कर्नाटक के आइएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत मामले में सीबीआइ के सामने भी अनुराग की हत्या की ठोस वजह सबसे बड़ी चुनौती साबित हो रही है। सीबीआइ कई लोगों से पूछताछ के बावजूद अभी इस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है कि अनुराग की मौत हत्या थी अथवा हादसा। माना जा रहा है कि इस सप्ताह चंडीगढ़ स्थित सेंट्रल फोरेंसिक लैब से विसरा व खून की जांच रिपोर्ट आ सकती है। इसके बाद ही कई सवालों से परदा उठ सकेगा।
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चार लोगों को बुलाकर पूछताछ
सीबीआइ ने मंगलवार को भी चार लोगों को बुलाकर पूछताछ की। इनमें दो मीराबाई मार्ग के दुकानदार बताए जा रहे हैं। दुकानदारों, ट्रक चालक, शव को सबसे पहले देखने वाली महिला, गेस्ट हाउस के कर्मचारियों, अनुराग के दोस्तों व अन्य लोगों से अब तक की गई पूछताछ के आधार पर सीबीआइ लगातार कुछ खास बिंदुओं पर छानबीन कर रही है। पोस्टमार्टम पैनल में शामिल डॉक्टरों से पूछताछ के बाद सीबीआइ कुछ विशेषज्ञों से पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर राय भी ले रही है।
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प्रत्यक्षदर्शियों की तलाश
17 मई की सुबह अनुराग का शव मीराबाई मार्ग स्थित राज्य अतिथि गृह के पास बीच सड़क औंधे मुंह पड़ा मिला था। सीबीआइ की जांच में ही सामने आया था कि शव सड़क किनारे खड़े एक ट्रक के पहिये के पास पड़ा था। तब एक महिला ने ट्रक चालक को इस बाबत बताया था। जिस पर ट्रक चालक ने शव को खींचकर सड़क के बीच कर दिया था और अपना ट्रक वहां से बैक कर पीछे खड़ा कर लिया था। सीबीआइ लगातार कुछ अन्य प्रत्यक्षदर्शियों की तलाश में है, जिनसे घटनाक्रम से जुड़ी कुछ अन्य जानकारियां हासिल की जा सके।
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सीबीआइ को हो रही असुविधा
सीबीआइ टीम को ठहरने का पर्याप्त बंदोबस्त न होने की वजह से जांच में असुविधाओं का भी सामना करना पड़ रहा है। बताया गया कि राज्य अतिथि गृह में चार कमरों की मांग की गई थी लेकिन सीबीआइ टीम को दो कमरे ही मिल सके थे। जगह के अभाव में जांच टीम अपना कार्यालय भी नहीं बना सकी, जबकि लोगों से पूछताछ में भी उसे खासी असुविधा का सामाना करना पड़ रहा है। बताया गया कि सीबीआइ टीम के तीन-चार सदस्य वापस दिल्ली रवाना हो गए हैं। शेष टीम यहां जांच-पड़ताल में जुटी है।
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