ताकिया से मुंह दबाकर पत्नी और दो बच्चों का मार डाला, फिर खुद लगा ली फांसी Lucknow news
लखनऊ के गुडंबा के शंकर पुरवा प्रथम की घटना आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं। मोबाइल फोन से सिम निकालकर फेंका फिर की वारदात।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में दिलदहाने वाला एक मामला सामने आया है। पति ने पहले ताकिया से मुंह दबाकर पत्नी और दो बच्चों का मार डाला। उसके बाद फिर खुद भी फांसी लगाकर जान दे दी। पूरे परिवार के खात्मे की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है। दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल हुई पुलिस को युवक का चेहरा काले कपड़े से ढंका मिला। बेड पर कंबल में उसकी पत्नी और दो बच्चे मृत पड़े थे। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
ये है पूरा मामला
मामला गुडंबा के शंकर पुरवा का है। यहां मूलरूप से दुर्गा कुंड वाराणसी निवासी हरिशंकर के पुत्र पिंटू (32) पत्नी आरती (30), बेटा नैतिक (8) और बेटी नेहा (6) के साथ रहते थे। रेलवे से सेवानिवृत छोटेलाल के यहां गाड़ी चलाते थे, जबकि आरती वहीं खाना बनाती थी। छोटेलाल ने पिंटू और उसके परिवार को रहने के लिए पड़ोस के मकान में कमरा दे रखा था। छोटेलाल के मुताबिक, शनिवार सुबह बच्चों को स्कूल छोडऩे जाना था। काफी देर तक जब पिंटू नहीं आया तो उन्होंने फोन मिलाया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। छोटेलाल के कहने पर अन्य किराएदार आशुतोष और पड़ोसी सनी ने पिंटू के दरवाजे पर दस्तक दी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। कई बार आवाज देने पर भी जब दरवाजा नहीं खुला तो लोगों को शक हुआ। इसके बाद कुछ दूरी पर रहने वाले पिंटू के पिता हरिशंकर को फोन कर इसकी जानकारी दी गई। खिड़की से झांककर देखने पर पिंटू फंदे पर लटका मिला।
काले कपड़े से ढंका था चेहरा
पुलिस स्थानीय लोगों की मदद से दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल हुई। पिंटू ने काले कपड़े से अपना चेहरा ढंक रखा था। वहीं, बेड पर कंबल में आरती, नेहा और नैतिक मृत पड़े थे। तीनों को मौत के घाट उतारने के बाद पिंटू ने खुदकशी की थी। पिंटू ने पहले पंखा खोलकर नीचे रख था और फिर कुंडे और साड़ी के फंदे के जरिए फांसी लगाई थी।
लोन पर लिया था ई-रिक्शा, आर्थिक तंगी की आशंका
हरिशंकर ने बताया कि पिंटू ने लोन पर दो ई-रिक्शा खरीदे थे, जिसे वह किराए पर चलवाता था। माना जा रहा है कि कर्ज में होने के कारण पिंटू ने वारदात को अंजाम दिया है। हरिशंकर सिलाई का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले माह पिंटू को किश्त जमा करने के लिए रुपये दिए थे।
रात में सामान्य था माहौल
हरिशंकर ने बताया कि शुक्रवार रात में वह बेटे, बहु और बच्चों से मिलने आए थे। रात में सुमन ने खाना बनाया था। सभी ने साथ में भोजन किया था। तब परिवार का माहौल सामान्य था और पिंटू भी परेशान नहीं था। वह समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर अचानक से ऐसा क्या हो गया, जिसके कारण उनके बेटे ने यह कदम उठाया। हरिशंकर ने बताया कि उनके दो बेटे पुणे में रहते हैं और दोनों ने धर्म परिवर्तन कर लिया है।
क्या कहना है पुलिस का ?
पुलिस कमिश्नर (लखनऊ) सुजीत पांडेय के मुताबिक, पूरे मामले की छानबीन की जा रही है। क्राइम सीन देखकर पता चलता है कि पिंटू ने पहले परिवार को खत्म किया और फिर खुद फांसी पर झूला है।