Hunar Haat in Lucknow: कई प्रदेशों के कलात्मक उत्पादों के साथ हुनर हाट शुरू, जानिए क्या है खास
Hunar Haat in Lucknow अवध शिल्प ग्राम में लगने वाले हुनर हाट काे इस बार पास ही स्थित खुले मैदान में अवध विहार योजना के सामने लगाया गया है। यहां पर कश्मीर में बने पश्चमीना शॉल सेमी पश्चमीना शॉल और पुरुषों के लिए भी शॉल हैं।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। अवध शिल्प ग्राम में लगने वाले हुनर हाट काे इस बार पास ही स्थित खुले मैदान में अवध विहार योजना के सामने लगाया गया है। वहीं उत्साह, उसी भव्यता के साथ हुनर हाट की शुरुआत शहीद पथ से सटे अवध विहार में हो गई। यहां उत्तर प्रदेश ही नहीं देश के कई प्रदेशों की कला आकर्षण का केंद्र बन गई हैं। अंडमान के समुद्र में पाये जाने वाले मोती से सात लड़ी की माला को लेकर मेघालय के हुनरमंद आए हैं। इस माला की कीमत 25 हजार रुपये है। सीप के हाथों से बने सजावटी सामान भी लोगों को खूब लुभा रहे हैं।
यहां पर कश्मीर में बने पश्चमीना शॉल, सेमी पश्चमीना शॉल, महिलाओं के लिए काम वाला फरेन और पुरुषों के लिए भी शॉल हैं। पश्चमीना शॉल की कीमत सात हजार रुपये और फरेन 1500 रुपये तक है। इसी तरह खुर्जा में सेरेमिक के बर्तन पर हाथों की पेंटिंग वाले बर्तन भी हैं। विश्वकर्मा वाटिका इस बार हुनर हाट के आकर्षण का केंद्र है।
यहां कोन पेंटिंग करती इंदौर की शबनम बताती हैं कि हर बार हुनर हॉट में आने का मौका मिलता है। लखनऊ के लोग कला की बहुत कद्र करते हैं। यहां अच्छा रिस्पांस मिलता है। पास ही में रामपुर की आफरीन चिड़िया के पंख पर राधाकृष्ण की सुंदर तस्वीर बनाने में मग्न दिखीं। दिल्ली हुनर हॉट में आफरीन की कृति को स्वयं पीएम नरेंद्र मोदी ने आकर सराहा। आफरीन के स्टाल पर पीएम साथ वह फोटो उनकी कलाकृति के बीच का आकर्षण हैं।
बोलीं कि हुनर हॉट से विशेषकर अल्पसंख्यक वर्ग से ताल्लुक रखने वाले हुनरमंदों को एक प्लेटफार्म मिला है। तब ही बगल में जयपुर से आए इस्लाम गरम आंच पर लाख की चूड़ियों को तैयार करते हुए दिख जाते हैं। रूड़की से आए सुरेंद्र पाल की हैंडलूम मशीन से तागा कातकर उससे एक बड़ी शाल तैयार होती दिखायी दी। चंदन तैयार करते समय उसके खराब हो चुके पाउडर से कन्नौज से आए राहुल मिश्र व उनके सहयोगी ने वाटिका में महकती अगरबत्ती व धूपबत्ती बना दी।
दिल्ली की नगमा परवीन के पास नए डिजाइन वाली ट्रेडिशनल ज्वैलरी है। धातु पर की गई हाथ की नक्काशी से बने लैंप, असम की हैंड प्रिंटेड साड़ी, काठ की कृतियां, पश्चिम बंगाल की सूती, सिल्क व खादी की साड़ियां, इंदौर के 600 से 700 के बीच की कीमत वाले बटिक शूट, बनारसी साड़ियां, गोवा के लेदर से तैयार लेडीज व जेंट्स पर्स और बैग, भोपाल के टेराकोटा के खाना बनाने वाले बर्तन भी हुनर हाट में हैं।
चंड़ीगढ़ के लकड़ी पर किए गए काम वाला आइना, संदूक व मेज, मध्य प्रदेश की मंडला जिला की खजूर की पत्ती से तैयार डेकोरेशन करने वाला गुलदस्ता, मंदिर व कम्प्यूटर साफ करने वाला ब्रश, नागालैंड के बने ड्राई फ्लावर, कर्नाटक के काठ के खिलौने, आगरा की मार्बल की बनी बड़ी प्रतिमाएं भी हुनर हाट का आकर्षण है।
आजादी की लड़ाई की झलक : विश्वकर्मा वाटिका में काकोरी कांड को जीवंत करती एक चित्र प्रदर्शनी लगायी गई है। जिससे सरकारी खजाना लूटने की घटना को अंजाम देना दिखाया गया है। इसके अलावा सन 1857 के नायकों की प्रतिमाएं भी लगी हैं।