कैशियर हत्याकांड: करीबियों में छिपा है बदमाशों का मुखबिर, खंगाली जा रही कॉल डिटेल
विभूतिखंड में गैस एजेंसी के कैशियर की हत्या और लूट का मामला। एजेंसी के कर्मचारियों से पूछताछ तक सिमटी पड़ताल।
लखनऊ(जेएनएन)। विभूतिखंड में गैस एजेंसी के कैशियर श्याम सिंह की गोली मारकर हत्या और 10 लाख की लूट के मामले में पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। पुलिस श्याम के करीबियों में बदमाशों के मुखबिर को ढूंढ़ रही है। पुलिस को शक है कि किसी परिचित ने ही बदमाशों को इस बात की जानकारी दी थी कि श्याम बैग में रुपये रखकर बैंक में जमा करने जा रहा है।
मुखबिरी करने वाले व्यक्ति ने बदमाशों को रेकी और श्याम की पहचान कराई थी। यही वजह है कि बदमाशों ने श्याम को बाइक से उतरकर पीछे मुडऩे का भी मौका नहीं दिया था। पुलिस ने एजेंसी के करीब 35 से अधिक कर्मचारियों से पूछताछ की है। संदेह के आधार पर सभी लोगों के मोबाइल नंबर का ब्यौरा निकलवाया जा रहा है। सर्विलांस की मदद से पुलिस कॉल डिटेल रिकॉर्ड खंगाल कर यह पता लगा रही है कि घटना के वक्त कर्मचारियों में से कौन कहां मौजूद था।
गलियों से वाकिफ थे बदमाश
श्याम की हत्या करने वाले बदमाश आसपास के क्षेत्र से अच्छे से वाकिफ थे। घटना स्थल से बदमाश गलियों के रास्ते भाग निकले थे। बदमाशों को इस बात की जानकारी थी कि बैंक के बाहर, पेट्रोल पंप और रेस्टोरेंट में कैमरे लगे हैं। यह कारण है कि उन्होंने चेहरा छिपा रखा था। फुटेज मिलने के बावजूद पुलिस दोनों की पहचान नहीं कर पा रही है।
सूचना देने वाले को 50 हजार का इनाम, नहीं आया एक भी फोन
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बदमाशों के बारे में सूचना देने वाले व्यक्ति को 50 हजार का इनाम देने की घोषणा की है। एसएसपी ने सीओ अलीगंज व सीओ क्राइम दीपक कुमार सिंह के सीयूजी नंबर 9454401494 पर फोन कर सूचना देने का कहा है। हालांकि दो दिन बीत जाने के बावजूद अब तक सीओ के पास एक भी व्यक्ति का फोन नहीं आया है।
लूट, डकैती, हत्या करने वालों से पूछताछ
पुलिस की कुछ टीमें उन बदमाशों से पूछताछ कर रही है, जिन्होंने पहले लूट, डकैती या फिर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। एक टीम ने जेल में बंद अपराधियों से भी पूछताछ की है। बैंक के भीतर और बाहर लूट करने वाले बदमाशों की कुंडली निकलवाई गई है। पुलिस टीम आसपास के जिलों में डेरा डाले हुए है।