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Vikas Dubey House: विकास दुबे के हवेली जैसे मकान का हाउस टैक्स मात्र 853 रुपये

नगर निगम के अभिलेखों में विकास दुबे की पत्नी के नाम दर्ज है मकान। कृष्णानगर की इंद्रलोक कॉलोनी में कॉर्नर के भूखंड पर हुआ है निर्माण।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 04:59 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 04:59 PM (IST)
Vikas Dubey House: विकास दुबे के हवेली जैसे मकान का हाउस टैक्स मात्र 853 रुपये
Vikas Dubey House: विकास दुबे के हवेली जैसे मकान का हाउस टैक्स मात्र 853 रुपये

लखनऊ, (अजय श्रीवास्तव)। कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की मौत के जिम्मेदार कुख्यात अपराधी विकास दुबे का दबदबा कानपुर में ही नहीं, लखनऊ के सरकारी विभागों में भी था। एलडीए जहां तीन दिनों से उसके मकान के चक्कर ही काट रहा है और नपाई करने में फीता छोटा पड़ रहा है तो नगर निगम भी उस पर मेहरबान दिखा।

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विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे के नाम से राजधानी के कृष्णानगर की इंद्रलोक कॉलोनी में मकान है। हवेली जैसे दिखने वाले इस मकान का हाउस टैक्स मात्र 853 रुपये सालाना है। नगर निगम के जोन पांच के चित्रगुप्त नगर वार्ड के इस मुहल्ले में यह मकान कॉर्नर के भूखंड पर बना है। जानकार बताते हैं कि कॉर्नर पर बने मकान का क्षेत्रफल दो हजार वर्गफीट से कम नहीं है। बाहर की दीवार से सटकर एक कमरा भी बना है। मकान पर ताला लटकने से भीतर के निर्माण की जानकारी नहीं हो पाई।

पड़ताल में उजागर हुए कई तथ्य

नगर निगम ने ऋचा दुबे के इस मकान (भवन संख्या जे/424 इंद्रलोक कॉलोनी, हाउस आइडी 9157सी69160) का वार्षिक किराया 5688 रुपये निर्धारित किया था, जिसका पंद्रह प्रतिशत हाउस टैक्स 853.20 रुपये बनाया गया। चालू वित्तीय वर्ष का शुल्क भी जमा नहीं हुआ है। वर्ष 2011 में नगर निगम ने इस मकान के हाउस टैक्स का निर्धारण वर्ष 2010 की नई दर पर किया था।

इतने बड़े मकान का इतना कम हाउस टैक्स ही तमाम सवाल खड़े कर रहा है। पड़ताल में यह भी पता चला कि विकास दुबे की पत्नी ने स्वकर निर्धारण प्रपत्र को खुद से ही भरकर जमा किया था। इस आधार पर नगर निगम हाउस टैक्स निर्धारित कर देता है, लेकिन नियमों के तहत राजस्व निरीक्षक उसकी जांच भी करता है। इस मामले में जांच नहीं की गई। नगर निगम के जोनल अधिकारी सुभाष त्रिपाठी ने बताया कि यह पुराना मामला है।

फाइल ही गायब

जोनल अधिकारी ने मंगलवार को कहा था कि वह ऋचा दुबे के मकान की पत्रावली निकालकर जांच करेंगे, लेकिन बुधवार को इस मकान की पत्रावली ही जोन पांच कार्यालय में नहीं मिली। चर्चा है कि साजिशन के तहत पत्रावली को ही गायब कर दिया गया है। जोनल अधिकारी-पांच सुभाष त्रिपाठी का कहना है कि पत्रावली को तलाशा जा रहा है।  


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