Move to Jagran APP

विवेक खंड में हर दिन 25 सफाईकर्मियों के मानदेय का घोटाला

लखनऊ ठेकेदार की मनमानी से स्थानीय लोग परेशान कई बार शिकायत के बाद भी अधिकारियों ने की कार्रवाई।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Mon, 22 Jun 2020 09:54 AM (IST)Updated: Mon, 22 Jun 2020 09:54 AM (IST)
विवेक खंड में हर दिन 25 सफाईकर्मियों के मानदेय का घोटाला
विवेक खंड में हर दिन 25 सफाईकर्मियों के मानदेय का घोटाला

लखनऊ, जेएनएन। राजधानी के गोमती नगर के विवेक खंड में सफाई कर्मचारियों की संख्या में हेराफेरी हो रही है। विवेक खंड में कागजों में 43 कर्मचारी हैं, लेकिन हकीकत में 18 ही काम पर आते हैं। यह जानकारी अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों को भी है, लेकिन हर कोई मौन है। हर दिन 25 सफाई कर्मचारियों के मानदेय का घालमेल हो रहा है। एक सफाई कर्मचारी का मानदेय 250 रूपये है। कर्मचारियों की तैनाती में हेराफेरी का यह खुलासा भी गोमतीनगर जनकल्याण महासमिति ने किया है।

loksabha election banner

महासमिति का कहना है नगर निगम के एक चर्चित ठेकेदार को सफाई कर्मचारियों की आपूर्ति का काम मिला है, लेकिन ठेकेदार ने अपने परिवार के लोगों की अलग-अलग फर्म बनाकर गोमतीनगर समेत कई इलाकों में ठेका ले रखा है। गोमतीनगर जनकल्याण महासमिति के महासचिव रघुवेंद्र शुक्ला कहते हैं कि ठेकेदार की मनमानी से हर जगह नियमित सफाई नहीं हो पा रही है। ठेकेदार उल्टा धमकी देता है कि उसका कुछ नहीं होना और नगर निगम में सब कुछ मैनेज कर कर रखा है।

गोमतीनगर जनकल्याण महासमिति की उप समिति विवेक खंड आवासीय की बैठक डा. चित्रा सक्सेना के आवास पर हुई। इसमें सफाई का मुद्दा उठा और हर किसी ने ठेकेदार की मनमानी की शिकायत की। महासमिति के अध्यक्ष प्रो.(डॉ.) बीएन सिंह और सचिव रूप चंद्र शर्मा की मौजूदगी में हुई बैठक में नालों की सफाई से लेकर अतिक्रमण का मुद्दा उठा। विश्वास खंड तीन के पार्क से सटे प्लॉट पर सर्वेंट क्वाटर व गैराज बनवाकर कब्जा करने का आरोप समिति के पदाधिकारियों ने लगाया है। विश्वास खंड एक में जिस जमीन पर वर्षों से कब्जा है, वह एलडीए की है। विनय खंड पांच में ग्रीन बेल्ट की जमीन पर कब्जा कर व्यवसाय हो रहा है और झोपड़ियां बसा दी गई हैं।

अखबार से कोरोना नहीं

अखबार से कोरोना का भय फैलाने वालों के लिए गोमतीनगर के निवासी उदाहरण हैं। यहां अधिकांश लोग प्रशासनिक और बड़े ओहदे पर तैनात हैं या फिर रिटायर हो चुके हैं। सभी नियमित अखबार पढ़ रहे हैं। उनका कहना है कि अखबार से कोरोना नहीं होता है और यह बात विशेषज्ञ प्रमाणित कर चुके हैं। बैठक में मौजूद मधु भारद्वाज, अरुण गुप्ता, आरएस मिश्रा, शिव सेवक उपाध्याय, डा. चित्रा सक्सेना और एसके दास समेत अन्य ने नियमित अखबार पढऩे की बात कही।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.