गृह मंत्री अमित शाह ने लखनऊ में सजाई 'पाठशाला', अब डिजिटल बिसात पर होगा शह-मात का खेल
Amit Shah in UP गृह मंत्री अमित शाह जन विश्वास यात्रा की सभा में शामिल होने के बाद देर शाम पार्टी मुख्यालय पहुंचे। राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और सह चुनाव प्रभारी अनुराग ठाकुर पहले ही दिल्ली से आ चुके थे।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। Amit Shah in UP:जन विश्वास यात्राओं से पूरे प्रदेश को मथ चुकी भाजपा कोरोना संक्रमण के फिर बढ़ते कदमों की आहट से सतर्क हो गई है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान योगी सरकार द्वारा किए गए कोविड प्रबंधन पर अपनी ठोक रही भाजपा कतई नहीं चाहती कि चुनाव के दौरान जनता ऐसे किसी संकट में फंसे। राजधानी लखनऊ पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कोर कमेटी के साथ बैठक कर देर रात तक इस पर मंथन किया कि अब डिजिटल बिसात बिछाकर कैसे शह-मात का दांव मजबूत किया जाए।
गृह मंत्री शाह गुरुवार को उन्नाव की जन विश्वास यात्रा की सभा में शामिल होने के बाद देर शाम पार्टी मुख्यालय पहुंचे। राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन ङ्क्षसह, चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और सह चुनाव प्रभारी अनुराग ठाकुर पहले ही दिल्ली से आ चुके थे। दिल्ली से आए इन सभी नेताओं की मुख्यमंत्री योगी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव ङ्क्षसह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल के साथ बैठक की। सूत्रों ने बताया कि चूंकि प्रदेश के हर विधान सभा क्षेत्र में पार्टी और सरकार के प्रचार के लिए निकाली गईं छह क्षेत्रों की जन विश्वास यात्राएं अंतिम चरण में हैं, इसलिए जनता के रुझान, सरकार के मंत्री और संगठन पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं की इसमें सक्रियता-सहभागिता आदि को लेकर फीडबैक लिया।
बताया गया है कि यहां लखनऊ में चुनाव आयोग द्वारा दिए गए कोविड प्रोटोकाल और डिजिटल रैलियों के सुझाव को गंभीरता से लेते हुए इस पर चर्चा की गई। पार्टी नेताओं का मत है कि सरकार और संगठन लगातार प्रदेश में सक्रिय रहे हैं। पिछले कुछ माह में लगभग हर क्षेत्र में विभिन्न लोकार्पण-शिलान्यास आदि कार्यक्रमों सहित जन विश्वास यात्रा भी निकाली जा चुकी है। जनता के सुझाव लेने के लिए हर विधान सभा क्षेत्र में आकांक्षा पेटी पहुंच चुकी है। अब चूंकि कोरोना के केस फिर से बढ़ रहे हैं, इसलिए कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए चुनावी मुहिम को आगे बढ़ाया जाए।
कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान पार्टी डिजिटल माध्यमों का प्रयोग अच्छे से कर चुकी हैं। डिजिटल कार्यक्रम सफल रहे हैं, इसलिए विचार किया जाए कि चुनाव के दौरान भी डिजिटल रैलियों से संवाद किया जाए। जरूरत पर छोटे कार्यक्रम शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए किए जा सकते हैं। कोर कमेटी की यह बैठक देर रात तक चलती रही।
अवध और कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र का लिया फीडबैक : कोर कमेटी की बैठक से पहले अमित शाह ने अवध और कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के मंत्री, सांसद और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उनसे अब तक चुनावी तैयारी, माहौल आदि पर चर्चा करने के साथ ही डिजिटल चुनाव अभियान पर भी सुझाव लिए। उल्लेखनीय है कि शाह बुधवार को वाराणसी में काशी और गोरखपुर क्षेत्र की बैठक कर चुके थे।
जिला और क्षेत्र से आएंगे तीन-तीन नामों के पैनल : भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में तय हुआ कि विधान सभा चुनाव के लिए जनवरी के पहले सप्ताह में उम्मीदवारों के नाम लिए जाएंगे। क्षेत्र और जिलों से तीन-तीन नामों के पैनल आएंगे। उनमें से स्क्रूटनी कर प्रदेश स्तर पर तीन उम्मीदवारों के नाम छांटे जाएंगे। उन्हें प्रदेश नेतृत्व द्वारा संसदीय बोर्ड में भेजा जाएगा। उसी के आधार पर प्रत्याशी तय किए जाएंगे।