रणजीत हत्याकांड: हत्यारे और कार का नंबर ट्रेस, पुलिस का दावा जल्द होगा राजफाश
रणजीत बच्चन हत्याकांड में कई महिलाओं से संबंध लेन-देन समेत अन्य पहलुओं पर हो रही है पूछताछ।
लखनऊ, जेएनएन। विश्व हिंदू महासभा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रणजीत बच्चन हत्याकांड में पुलिस ने हत्यारों के साथ उनकी कार का नंबर भी ट्रेस कर लिया है। हत्यारे काली फिल्म चढ़ी सफेद रंग की बलेनो कार से आए थे। रूट खंगालने पर पुलिस को सीसी कैमरों से हत्यारों की फुटेज भी मिल गई। चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें से दो का हुलिया भी सीसी फुटेज से काफी मैच कर रहा है। उनसे पूछताछ जारी है। इसी आधार पर वारदात की तफ्तीश में लगी टीमों ने जल्द ही राजफाश का दावा किया है।
वारदात को रेकी के बाद अंजाम दिया गया। घटना में करीबी के शामिल होने के भी पुख्ता सुबूत मिले हैं। पुलिस का कहना है कि उनके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य जुटा लिए गए हैं। सभी वैज्ञानिक साक्ष्य, हत्यारों की कैमरों से मिली फुटेज, गाड़ी का नंबर, लखनऊ में हत्यारों के प्रवेश और निकास के रूट समेत तमाम पहलुओं पर गहन छानबीन के बाद पुलिस हत्यारों के बेहद करीब है। तफ्तीश के दौरान पुलिस ने मोबाइल फोन टॉवर से घटनास्थल के आसपास सक्रिय फोन नंबरों की पड़ताल भी की, जिनमें से कुछ संदिग्ध नंबरों को सर्विलांस के माध्यम से ट्रेस किया और संदिग्धों को उठाकर पूछताछ शुरू की, जिससे काफी मदद मिली। इसके अतिरिक्त घटना से पहले रणजीत के ओसीआर परिसर स्थित आवास पर पार्टी में शामिल हुए कुछ संदिग्ध युवकों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ हुई। गोरखपुर, रायबरेली, लखनऊ समेत प्रदेश के बाहर भी गई पुलिस की टीमों ने आधा दर्जन लोगों को उठाया, सख्ती से पूछताछ के बाद उनसे कई अहम सुराग मिले।
पूरी वारदात की पुलिस कमिश्नर कर रहे मॉनीटरिंग
रणजीत हत्याकांड की पहले दिन से ही पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय मॉनीटङ्क्षरग कर रहे हैं। डिफेंस एक्सपो में व्यस्त होने के बावजूद रोज देर रात तक सभी टीमों से प्रगति रिपोर्ट लेकर उन्हें जरूरी दिशा निर्देश दे रहे हैं।
पारिवारिक विवाद भी आया सामने
लखनऊ में हजरतगंज के पास हिंदुत्ववादी नेता रणजीत बच्चन की हत्या लेन-देन और पारिवारिक विवाद में हुई थी। गोरखपुर पुलिस की मदद से लखनऊ पुलिस घटना का पर्दाफाश करने के बेहद करीब पहुंच गई है। हत्याकांड में एक पत्नी की भूमिका पर भी संदेह है। एक बड़े पुलिस अधिकारी की देखरेख में उससे पूछताछ की जा रही है। गोरखपुर से मंगलवार रात हिरासत में लिए गए प्रापर्टी डीलर के भी साजिश में शामिल रहने की पुष्टि हो गई है। एसटीएफ ने गोरखपुर से जिस प्रापर्टी डीलर को उठाकर लखनऊ पुलिस को सौंपा है, उससे रणजीत बच्चन के पहले काफी करीबी संबंध थे। दो शूटरों ने घटना को अंजाम दिया था। एक को पुलिस ने हिरासत में लिया है। दूसरे की तलाश की जा रही है।
40 सीसीटीवी फुटेज व 87 काल डिटेल से तह तक पहुंची पुलिस
साजिश का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस ने लखनऊ स्थित रणजीत बच्चन के आवास से लेकर घटनास्थल के बीच विभिन्न स्थानों पर लगे 40 सीसीटीवी कैमरों का फुटेज और रणजीत के परिवार से जुड़े 87 लोगों की काल डिटेल कई खंगाला है।
फुटेज से संदेह के दायरे में पत्नी
जिन 40 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई है, उनमें से एक फुटेज में रणजीत की एक पत्नी घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर मौजूद रहकर ग्लोब पार्क की तरफ इशारा करते दिखाई दे रही है। फुटेज की टाइमिंग से स्पष्ट है कि जिस वक्त पर पत्नी इशारा कर रही है, उससे थोड़ी देर पहले ही आदित्य के साथ रणजीत, वाक करते ग्लोब पार्क की तरफ निकले थे। उन्होंने तीन शादियां की थी। एक शादी साइकिल यात्रा दल में उनके साथ रही कालिंदी शर्मा से रचाई थी। इससे पहले उनकी शादी परिवार के लोगों ने कराई थी। हालांकि बाद में उस पत्नी से विवाद हो गया और वह उनसे अलग हो गई। करीब दो साल पहले एक अधिकारी की बेटी से तीसरी शादी की थी।