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Rain in Lucknow: लखनऊ में झमाझम बारिश ने उमस से दी राहत, जानिए कब तक सक्रिय रहेगा मानसून

Heavy rain in Lucknow दो दिनों से तेज धूप और उमस से परेशान लोगों को दोपहर बाद बारिश होने से राहत मिली। हालांकि शहर के कई हिस्सों मेें छिटपुट बारिश हुई लेकिन बादल होने से मौसम सुहाना हो गया। ठंडी हवाओं ने मौसम का मिजाज बदल दिया।

By Vikas MishraEdited By: Published: Fri, 03 Sep 2021 03:08 PM (IST)Updated: Fri, 03 Sep 2021 03:08 PM (IST)
Rain in Lucknow: लखनऊ में झमाझम बारिश ने उमस से दी राहत, जानिए कब तक सक्रिय रहेगा मानसून
मौसम विभाग ने लखनऊ में अगले दो दिनों तक मौसम बदलाव की बात कही है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। दो दिनों से तेज धूप और उमस से परेशान लोगों को दोपहर बाद बारिश होने से राहत मिली। हालांकि शहर के कई हिस्सों मेें छिटपुट बारिश हुई लेकिन बादल होने से मौसम सुहाना हो गया। ठंडी हवाओं ने मौसम का मिजाज बदल दिया। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक मौसम बदलाव की बात कही है। लखनऊ में गुरुवार को तापमान 33 डिग्री था जो शुक्रवार को मौसम में आए बदलाव के कारण गिरकर 31 डिग्री हाे गया। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि अगले दो दिनों तक बारिश होने की संभावना है। तापमान में कमी होगी। इंदिरानगर, गोमतीनगर व हजरतगंज समेत कई इलाकों में हल्की बारिश हुई। कृष्णानगर, तेलीबाग में हल्की बौछार ने लोगों को उमस से राहत दी। किसानों के लिए भी मौसम में बदलाव नई आशा लेकर आया है। 

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उप कृषि निदेशक डा. सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि कृषि के लिए इस बारिश से राहत मिली है लेकिन धान के खेत अभी सूखे हैं। लखनऊ के आसपास के इलाकों में अभी तेज बारिश होने का इंतजार है। धान के खेत में किसान पंप से भराई कर रहा है जिससे वह फायदा नहीं हो पाएगा जितना बारिश के पानी से होगा। कृषि मौसम वैज्ञानिकोें ने 15 सितंबर तक बारिश होने का अनुमान लगाया है। बारिश होने से धान को फायदा होगा। धान और पान के लिए पानी बहुत जरूरी होता है। हालांकि खेताें में जलभराव से धान को नुकसान होगा। ऐसे में किसानों को जल निकासी का भी ध्यान रखना चाहिए।

जिला कृषि अधिकारी ओपी मिश्रा ने बताया कि मलिहाबाद, माल व कोकोरी में छिटपुट बारिश की सूचना आई है। मूंग उरद तैयार है। ऐसे में अधिक बारिश नुकसान पहुंचाएगा। किसानों को इन खेतों से पानी निकालने का भी इंतजाम करना चाहिए। उद्यान विशेषज्ञ बालीशरण चौधरी ने बताया कि बागवानों के लिए यह बारिश लाभदायक है। छंटाई हुए पेड़ों में बारिश ने नई पत्तियां निकलेगी और तने का विकास होगा। नई बाग लगाने के लिए भी किसान गड्ढे खोदकर उसमे खाद डाल दें जिससे बारिश होने से खाद तैयार हो जाए और फिर पौधे लगा दें।


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