लखनऊ में दस दिनों में 900 बच्चे भी कोरोना की चपेट में, बढ़ते मामले देख स्वास्थ्य विभाग भी चिंंतित
3 जनवरी से देश में 15 से 18 साल के आयु वर्ग के बच्चों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा रही है लेकिन इससे कम आयु वाले बच्चों को कब वैक्सीन लगाई जाएगी या इनके लिए कोई नई वैक्सीन बनाई जा रही है इसका अब तक पता नहीं है।

लखनऊ, [आशुतोष दुबे]। राजधानी में कोरोना से स्थिति गंभीर होती जा रही है। रोजाना एक हजार से अधिक लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं। इससे भी ज्यादा चिंताजनक यह है कि 18 साल से कम आयु वाले किशोर और बच्चे भी बड़ी संख्या में संक्रमित मिल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार एक से दस जनवरी के बीच अब तक नौ सौ बच्चे और किशोर कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। संक्रमितों में दस साल से कम उम्र के बच्चे भी शामिल हैं। ये सभी घर पर ही आइसोलेट रहकर उपचार करा रहे हैं। सोमवार को लखनऊ में कोरोना के 1114 नए केस मिले। इनके साथ ही यहां सक्रिय मरीजों की संख्या 4702 हो गई है।
सीएमओ के प्रवक्ता योगेश रघुवंशी ने बताया कि बुजुर्ग और युवा ही नहीं, कोरोना की दोनों लहरों के विपरीत इस बार बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं। पिछले 10 दिनों की बात करें तो कुल मिले संक्रमितों में से दस फीसद बच्चे हैं। हालांकि, सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण किया जा रहा है, लेकिन ये टीकाकरण 15 साल से कम आयु वालों का नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि अगर परिवार में कोई सदस्य कोरोना की चपेट में आता है तो इसका असर सबसे पहले बच्चों पर ही पड़ रहा है। इस वजह से अधिक संख्या में बच्चे संक्रमित हो रहे हैं। हालांकि, इनमें से अभी तक किसी भी बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराने की स्थिति नहीं आई है। इन सभी बच्चों को होम आइसोलेशन में ही रखा गया है। समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी इनका हाल पूछते रहते हैं।
'इन दिनों बच्चे भी कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। इसके लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। 15 साल से कम आयु वाले बच्चों के लिए सरकार की तरफ से कोई दिशा-निर्देश नहीं दिए गए हैं। इन्हें वैक्सीन कब लगाई जाएगी या इनके लिए कोई नई वैक्सीन बनाई जा रही है? इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। -मनोज अग्रवाल, सीएमओ
Edited By Anurag Gupta