Hathras Case: BJP MLA ने राज्यपाल को लिखा पत्र, DGP-DM-SP पर हत्या का केस दर्ज करने की मांग
Hathras Case बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने राज्यपाल को पत्र लिखकर डीजीपी डीएम और एसपी पर हत्या का केस दर्ज करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि पुलिस उच्चाधिकारियों विभिन्न राजनीतिक दलों से साठगांठ कर सरकार की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश का हाथरस की घटना को लेकर राज्य में राजनीति गर्म है। निशाने पर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार है। अब तो सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के विधायक भी इस घटना को लेकर सवाल खड़े करने लगे हैं। गाजियाबाद से बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर डीजीपी, डीएम और एसपी के विरुद्ध हत्या का केस दर्ज करने की मांग उठाई है। उन्होंने पत्र में कहा है कि पुलिस उच्चाधिकारियों विभिन्न राजनीतिक दलों से साठगांठ कर बीजेपी और सरकार की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में युवती के साथ हुई घटना को लेकर भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कहा कि देश में यह पहली ऐसी घटना है जिसमें पुलिस प्रशासन ने शीर्ष अधिकारियों के इशारे पर परिवार को भरोसे में लिए बिना कार्रवाई की। पुलिस ने न केवल सनातन परंपरा के खिलाफ जाकर पीड़िता का सूर्यास्त के बाद अंतिम संस्कार कराया बल्कि उसके परिवारीजन को अंतिम क्रियाकर्म करने, तिलांजलि देने और मृतका की अर्थी को कंधा देने के मौलिक अधिकार तक को छीन लिया।
बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को लिखे पत्र में आगे कहा कि लखनऊ में बैठे शीर्ष अधिकारियों और राजनीतिक दलों के नेताओं के सिंडिकेट ने गहरी साजिश के तहत सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाकर उसे धूमिल करने का कुत्सित प्रयास किया है। यह सिंडिकेट बीजेपी की दलित विरोधी छवि गढ़ने का प्रयास कर रहा है और वह बीजेपी को प्रदेश से समाप्त करना चाहता है। उन्होंने सिंडिकेट के संबंध में सीएम योगी आदित्यनाथ को साक्ष्य के साथ पत्र लिखकर अवगत कराया था, लेकिन मुख्यमंत्री ने उन अधिकारियों पर कार्रवाई करने के बजाए पदोन्नति दे दी। इससे उन अधिकारियों का मनोबल बढ़ता गया।
बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कहा कि हाथरस घटना में प्रदेश सरकार और बीजेपी की मंशा और नीति के विपरीत उनकी कार्यशैली इसी बढ़े हुए मनोबल का नतीजा है। पत्र के अंत में उन्होंने राज्यपाल से गुहार लगाई है कि वह पुलिस डीजीपी, हाथरस डीएम और एसएसपी समेत मामले को देख रहे अन्य अधिकारियों पर भी हत्या का मुकदमा दर्ज करें। उन्हें फास्ट ट्रैक कोर्ट से सजा दिलाएं।