करंट से दो कांवड़िये मरे, 26 को फूड प्वायजनिंग
लखनऊ। आस्था के पर्व पर यहां कांवडि़यों का बेहद शर्मनाक और अप्रत्याशित रूप देखने को मिला
लखनऊ। सावन के सोमवार का दूसरा दिन कांवड़ियों के लिए दुखद खबर लेकर आया। प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में छपार में सिसौना गांव के बाहर हाइवे पर बिना अनुमति के चल रहे कांवड़ शिविर में करंट लगने से दिल्ली के दो कांवड़ियों की मौत हो गयी तो दूषित भोजन करने से हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के 26 कांवड़ियों की जान पर बन आयी। रात भर बागपत जिले में इनका उपचार हुआ।
पुलिस-प्रशासन के कांवड़ यात्रा के लिए किए गए व्यापक बंदोबस्त के दावों की पोल खुलने लगी है। व्यवस्थाओं के नाम पर अभी तक तो सब कुछ रामभरोसे चल रहा है। इसका खामियाजा दिल्ली के दो कांवडि़यों को जान देकर भुगतना पड़ा। छपार थाना क्षेत्र के गांव सिसौना के शिव मंदिर परिसर में बिना अनुमति चल रहे कांवड़ सेवा शिविर में सोमवार सुबह 11 बजे दो कांवड़िये कपड़े सुखाते वक्त पंखे से उतरे करंट की चपेट में आ गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इससे पहले कि हंगामा होता पुलिस ने तत्काल शवों को एंबुलेंस में डालकर जिला अस्पताल भिजवा दिया। डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। हादसे पर साथी कांवड़ियों ने हंगामा खड़ा कर दिया। एसडीएम सदर विश्वेंद्र कुमार, एसपी सिटी श्रवण कुमार सिंह ने किसी तरह कांवड़ियों को मनाया। मुजफ्फरनगर में बुढ़ाना के मिंडकाली शिविर में भोजन करने से हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान के 26 कांवड़िये फूड प्वायजनिंग का शिकार हो गए। बागपत के बड़ौत व बिजरौल के शिविरों में रातभर इनका चला उपचार चला। ये सभी हरिद्वार व गोमुख से कांवड़ लेकर आ रहे थे। बिजरौल व बड़ौत आने तक कांवड़ियों की हालत काफी बिगड़ गई थी। सुबह तक स्वस्थ होने पर सभी अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए। बड़ौत में कैंप लगाकर सेवा कर रहे डा. दीपक ने बताया कि बासी भोजन से हालत बिगड़ी।
गुंडई पर उतरे कांवड़िये
आस्था के पर्व पर यहां कांवडि़यों का बेहद शर्मनाक और अप्रत्याशित रूप देखने को मिला। श्रद्धा और धर्म का चोला ओढ़कर गुंडई पर उतरने की विचलित कर देने वाली यह घिनौनी वारदात रविवार रात बागपत में दिल्ली-सहारनपुर वाया शामली रेलमार्ग पर पैसेंजर ट्रेन में हुई। नशे में धुत कांवड़ियों ने चलती ट्रेन में जमकर उत्पात मचाया। कई यात्रियों को बूढ़पुर रेलवे हाल्ट पर जबरन नीचे उतार दिया। लड़कियों पर छींटाकशी की तो उन्हें मजबूरन बोगी बदलनी पड़ी। विरोध करने पर कांवड़ियों ने लोगों से जमकर मारपीट भी की। दिल्ली से हरिद्वार जाने वाली पैसेंजर ट्रेन 74023 रविवार रात करीब 8:50 बजे बड़ौत रेलवे स्टेशन पहुंची तो यहां से सैकड़ों कांवड़िये हरिद्वार जाने के लिए सवार हो गए। ट्रेन रवाना हुई तो कांवड़ियों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया। बूढ़पुर रेलवे हाल्ट के पास यात्रियों से गाली-गलौच शुरू कर दी। बावली गांव के यात्री दीपक, प्रदीप व सुखपाल ने विरोध किया तो उत्पातियों ने उनके साथ अभद्रता और मारपीट कर दी। इस पर नशे में धुत कांवड़ियों ने उन्हें बूढ़पुर रेलवे हाल्ट पर बोगी से नीचे उतार दिया। किसी तरह वह चलती ट्रेन में चढ़े और सुरक्षा कर्मियों से शिकायत की।
लड़कियों पर छींटाकशी
दिल्ली-सहारनपुर वाया शामली पैसेंजर ट्रेन की दूसरी बोगी में कुछ कांवड़ियों ने शामली जा रही तीन लड़कियों पर छींटाकशी की। परिजनों ने रोका तो कांवड़िया मारपीट पर उतारू हो गए। बोगी में सवार राजेंद्र सिंह ने बताया कि कांवडि़ये हैवानियत से बाज नहीं आए तो कांधला रेलवे स्टेशन परिजन लड़कियों को दूसरी बोगी में ले गए। बड़ौत जीआरपी ने कहा कि कोई शिकायत नहीं मिली है।