नए वर्ष की पहली तारीख से ही जीएसटी देगी झटका, कपड़ा व जूता समेत इन वस्तुओं पर लागू होंगी बढ़ी दरें
जीएसटी काउंसिल द्वारा कपड़ा शूज होजरी समेत कई अन्य आइटम पर बढ़ाेत्तरी की प्रस्तावित दरें आगामी 1 जनवरी से लागू हो जाएंगी। इसे लेकर व्यापारियों में आक्रोश है। व्यापारियों का कहना है कि इससे आमजन पर बड़ा बोझ पड़ेगा और कपड़ा और जूता आदि कई आवश्यक चीजों के दाम बढे़ंगे।
लखनऊ, [नीरज मिश्रा] । जीएसटी काउंसिल द्वारा कपड़ा, शूज, होजरी समेत कई अन्य वस्तुओं पर बढ़ाेतरी की प्रस्तावित दरें आगामी एक जनवरी से लागू हो जाएंगी। इसे लेकर व्यापारियों में आक्रोश है। व्यापारियों का कहना है कि इससे आमजन पर बड़ा बोझ पड़ेगा। कपड़ा और जूता आदि कई आवश्यक चीजों के दाम बढ़ जाएंगे।
बता दें कि काउंसिल ने कपड़ा, शूज समेत कई अन्य महत्वपूर्ण चीजों पर जीएसटी की दरों में पहली जनवरी से बढ़ोतरी का एलान किया था। यह दरें पांच से बढ़ाकर 12 प्रतिशत की गई हैं। व्यापारियों के मुताबिक इसका असर कपड़ों के दाम में तेज उछाल लाएगा। पहले से ही यार्न की कीमतें बढ़ने की वजह से दस से पंद्रह फीसद की बढ़ोतरी है। वहीं अब नई दरें कारोबार को बड़ी चोट देंगी।
जानें क्या है व्यापारियों का कहनाः
व्यापारी इस मुद्दे को कई फाेरम पर उठा चुके हैं। करीब-करीब सभी संगठन इसे लेकर नाराज हैं। चुनाव के समय कपड़ा, होजरी, शूज समेत विभिन्न आइटम पर जीएसटी में की गई बढ़ोतरी बड़ा नुकसान पहुंचाएगी। सभी ने आश्वस्त भी किया था, लेकिन उसके बाद भी चुप्पी समझ से परे है। सरकार को इसे लेकर तत्काल वापसी का निर्णय लेना चाहिए। -अमरनाथ मिश्र, वरिष्ठ महामंत्री लखनऊ व्यापार मंडल
-कारोबार तबाह होगा। ये ऐसे आइटम हैं जिसकी जरूरत सभी को होती है। गरीब-गुरबों को यह बड़ा नुकसान देगी। हर आइटम पर दस फीसद का उछाल आएगा। रक्षामंत्री से लेकर डिप्टी सीएम तक यह मसला पहुंचाया गया है। आश्वासन के बाद अभी तक किसी भी केंद्र या फिर प्रदेश के बड़े नेताओं का बयान नहीं आया है। इस बढ़ोतरी को अविलंब वापस लिया जाए। -अशोक मोतियानी, अध्यक्ष उप्र कपड़ा उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल
-जीएसटी की बढ़ी दरों का विरोध शुरू हो चुका है। सभी संगठन इसे लेकर आंदोलित हैं। सरकार का यह फैसला चुनाव के वक्त घाटे का सौदा साबित होगा। इसे तत्काल वापस लिया जाए। -संजय गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष आदर्श व्यापार मंडल
-कपड़ा, जूता आदि कई चीजों में जीएसटी दरों की बढ़ोतरी का संगठन की ओर से विराेध शुरू कर दिया गया है। मंडल मुख्यालयों के प्रमुख जिलों में व्यापारियों ने ज्ञापन देना शुरू कर दिया है। 31 दिसंबर को विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। राेजमर्रा की इन चीजों में बढ़ोत्तरी का असर सभी पर पड़ेगा। इसे वापस लिया जाए। -संदीप बंसल, अध्यक्ष अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल