रायबरेली : सात फेरे लेते ही दूल्हे ने रख दी ऐसी मांग, दुल्हन के भाई ने किया इन्कार तो ...
रायबरेली के डीह थानाक्षेत्र के अहल गांव का मामला। दो साल पहले प्रतापगढ़ जिले के युवक से तय हुई थी शादी। बरीक्षा के दो साल बाद बरात लेकर पहुंचा था दूल्हा। विदाई से पहले रख दी दूल्हे ने मांग।
रायबरेली, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां बरीक्षा दो साल बाद दूल्हा बरात लेकर वधू के द्वार पहुंचा। तिलक व विवाह की सारी रस्मे पूरी होते ही दूल्हे पक्ष ने अचानक बुलेट बाइक की मांग रख दी। दुल्हन का भाई मान मनव्वल करता रहा लेकिन दूल्हे ने एक न सुनी और बरातियों के साथ बिना दुल्हन वापस लौट गया।
ये है पूरा मामला
मामला डीह थानाक्षेत्र के अहल गांव का है। यहां की रहने वाली युवती की शादी दो साल पहले प्रतापगढ़ जिले के गांव पुरवा मजरे सुरुआवां निवासी जितेंद्र के साथ तय हुआ था। उस दौरान हुई बरीक्षा के दो साल बाद सोमवार (30 नवंबर 2020) को वर पक्ष बरात लेकर वधू के द्वार पहुंचा। देर रात तिलक होने के बाद विवाह की रस्मे पूरी हुई। मंगलवार को सभी रस्मे पूरी होने के बाद दूल्हा और उसका पिता वधू पक्ष से दहेज में बुलेट की मांग करने लगे। वधू पक्ष ने अचानक हुई बुलेट की मांग को पूरा करने में असमर्थता जताई। इससे नाराज वर पक्ष के लोग बिना दुल्हन विदा कराये ही वापस लौट गए। दुल्हन के भाई फूलचंद्र ने बताया कि पिताजी की मौत 12 साल पहले हो गयी थी। इसके बाद छोटी बहन का विवाह बड़ी धूमधाम से तय किया। विवाह में दहेज की कोई बात नहीं थी। फिर भी बरीक्षा में 50 हजार की व तिलक में 80 हजार रुपये दिए गए थे। लेकिन वर पक्ष ने विदाई के समय बुलेट की मांग कर दी। असमर्थता जताने पर बिना दुल्हन ही लौट गए।
आधे घंटे में आते हैं : वर पक्ष
थानाध्यक्ष राकेश सिंह यादव ने बताया की वधू की ओर से शिकायत की गई थी। मामले में वर पक्ष के लोगों को बुलाया गया था। आधे घंटे में आने की बात कही गई थी, लेकिन कोई नहीं पहुंचा। मामले में जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।