लखनऊ में दिसंबर से शुरू होगा ग्रीन कारिडोर के दूसरे फेज का काम, अक्टूबर अंत में होगी डीपीआर का प्रजेंटेशन
लखनऊ में ग्रीन कारिडोर के फेज टू का काम शुरू न करके सीधे फेज थ्री का काम लविप्रा ने शुरू करने की योजना बनाई है। फेज थ्री का डीपीआर अक्टूबर माह के अंत तक तैयार कर लिया जाएगा और दिसंबर 2020 से जमीन पर काम शुरू करने की तैयारी है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। अब ग्रीन कारिडोर के फेज टू का काम शुरू न करके सीधे फेज थ्री का काम लविप्रा ने शुरू करने की योजना बनाई है। फेज थ्री का डीपीआर अक्टूबर माह के अंत तक तैयार कर लिया जाएगा और दिसंबर 2020 से जमीन पर काम शुरू करने की तैयारी है। फेज थ्री शहीद पथ से पिपराघाट के बीच बनना है। अभी तक हार्डिंग ब्रिज (लाल ब्रिज) से पिपराघाट तक जो फेज टू का काम था, उसे पूरा करने की तैयारी थी। इसमें बदलाव कर दिया गया है।
लविप्रा उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि अब ग्रीन कारिडोर के एक हिस्से का काम आइआइएम रोड से लाल ब्रिज के बीच शुरू किया जा रहा है और दूसरे हिेस्से का काम शहीद पथ से पिपरा घाट के बीच शुरू किया जा रहा है। इस योजना से ग्रीन कारिडोर 20.70 किमी रूट का काम जल्द पूरा हो सकेगा। उन्होंने बताया कि 817 करोड़ रूपये की लागत से फेज एक का निर्माण होना है। ग्रीन कारिडोर प्रोजेक्ट के अंतर्गत गोमती नदी के दोनों किनारों पर प्रथम फेज आइआइएम रोड से शहीद पथ तक नया बंधा एवं उसके चौड़ीकरण तथा उसके ऊपर सड़क निर्माण किया जाना है। परियोजना के कार्यों को शीघ्र प्रारंभ करने के लिए फेज-एक के कार्यों को तीन भागों में विभाजित किया गया है। इनमें आइआइएम रोड से लाल ब्रिज तक, लाल ब्रिज से पिपराघाट तक एवं पिपराघाट से शहीद पथ तक बांटा गया था। आइआइएम रोड से लाल ब्रिज तक गोमती नदी के दोनों किनारों पर लगभग सात किमी. लम्बा बंधा निर्माण/चौड़ीकरण तथा उसके ऊपर फोर लेन सड़क का निर्माण प्रस्तावित है। इसके अलावा गऊघाट पर 270 मी0 लम्बाई का पुल, कुड़ियाघाट से लाल ब्रिज तक 1050 मीटर लम्बाई का फ्लाई ओवर तथा खदरा से लाल ब्रिज तक 660 मी. लम्बाई का फ्लाई ओवर निर्माण प्रस्तावित किया गया है। इस कारिडोर प्रोजेक्ट में आइआइएम रोड व लाल ब्रिज के अतिरिक्त कैटल कालोनी (बुद्धेश्वर मार्ग), गऊघाट, प्रबन्ध नगर योजना एवं फैजुल्लागंज पर प्रवेश व निकास का प्रस्ताव किया गया है।