राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों को दिए निर्देश, डिग्री सुरक्षित रखने को डिजिटल लाकर की करें व्यवस्था
राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय और वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कार्यों की समीक्षा करते हुए विद्यार्थियों की डिग्री के लिए डिजिटल लाकर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
लखनऊ, (राज्य ब्यूरो)। राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय और वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कार्यों की समीक्षा करते हुए विद्यार्थियों की डिग्री के लिए डिजिटल लाकर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। वर्चुअल मीटिंग में उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परीक्षा का परिणाम घोषित करने के बाद विद्यार्थियों को समय पर डिग्री उपलब्ध कराने में लापरवाही न बरतें।
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय का काम सिर्फ परीक्षा कराना ही नहीं, बल्कि समय पर डिग्री उपलब्ध कराना भी है। डिग्री विद्यार्थियों को समय पर मिले और वह सुरक्षित रहे, इसके लिए उन्होंने डिजिटल लाकर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में आवश्यकता से अधिक उत्तर पुस्तिका छपवाने पर राज्यपाल ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जरूरत के अनुसार ही उत्तर पुस्तिका छपवाई जाएं। विश्वविद्यालय अनुपयोगी बैंक खातों को तत्काल बंद करें और निर्माण कार्य में गुणवत्ता के लिए निगरानी कमेटी बनाएं। उन्होंने महिला अध्ययन केंद्रों की मदद से महिलाओं को प्रशिक्षित करने के भी निर्देश दिए।
राज्यपाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने और स्वावलंबी बनाने के लिए सरकारी योजनाओं के बारे में उन्हें जानकारी दें। हालांकि, समीक्षा बैठक के दौरान कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने विश्वविद्यालयों को डिजिटल लाकर की व्यवस्था पर जल्द ध्यान देने के लिए कहा। साथ अपने यहां इसे जल्द से जल्द लागू करने पर भी जोर दिया। दरअसल, राज्यपाल चाहती हैं कि सभी विश्वविद्यालयों में डिजिटल लाकर की व्यवस्था दुरुस्त रखें।