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128 कलासाधकों को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने किया सम्‍मान‍ित

2009 से 2019 तक के संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार वितरित।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 09:16 AM (IST)Updated: Fri, 14 Feb 2020 11:45 AM (IST)
128 कलासाधकों को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने किया सम्‍मान‍ित
128 कलासाधकों को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने किया सम्‍मान‍ित

लखनऊ, जेएनएन। 10 साल का लंबा इंतजार। कुछ की नजरें धुंधला गईं तो किसी का चेहरा ही बदल गया। चाल के साथ जुबान भी लड़खड़ाने लगी। कुछ नवांकुर परिपक्वता की श्रेणी में आ गए। इन सबके बीच अपनी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते युवाओं को देख संतोष भी हुआ। सम्मान हाथ में आया और एक दशक की कसक दूर हो गई। गुरुवार को राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने 2009 से लेकर 2019 तक के संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार संगीत-नृत्य, नाट्य आदि विभिन्न विधाओं के कलाकारों व लेखकों को वितरित किए। विद्वानों और कलाकारों को ताम्रपत्र, अंगवस्त्र व राशि देकर नवाजा। 

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समारोह में 2009 का अकादमी रत्न सदस्य सम्मान विवि श्रीखण्डे, 2010 की रत्न सदस्यता सत्यभान शर्मा, 2011 की रत्न सदस्यता चितरंजन ज्योतिषी चित्तरंग, 2012 की रत्न सदस्यता पद्मश्री पं.राजेश्वर आचार्य व 2013 की रत्न सदस्यता पद्मश्री मालिनी अवस्थी को दी गई। राष्ट्रीय स्तर के बीएम शाह पुरस्कार में 25 हजार रुपये की राशि, सफदर हाशमी पुरस्कार व अकादमी पुरस्कार में 10-10 हजार की राशि के चेक भी दिए गए।

इस दौरान राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने कहा कि नृत्य और नाटक अभिव्यक्ति के सशक्त माध्यम हैं। समाज को जागरूक करने और कुरीतियों को खत्म करने के लिए इन विधाओं का प्रयोग होना चाहिए। जीवन को समृद्ध बनाने वाली कलाएं हमें विरासत में मिली हैं। सभी लोग देश की समृद्ध संस्कृति को समझने और जानने में भागीदार बनें। अकादमी की अध्यक्ष डॉ. पूर्णिमा पांडे ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारतीय संस्कृति का केंद्र है। यहां से कई संस्कृतियां निकली हैं। यहां संगीत, नृत्य और अन्य कलाएं समृद्ध हुई हैं।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि संस्कृति व पर्यटन मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी, अकादमी उपाध्यक्ष धन्नूलाल गौतम के साथ प्रमुख सचिव संस्कृति जितेन्द्र कुमार, विशेष सचिव व निदेशक संस्कृति शिशिर व अकादमी के सचिव तरुण राज उपस्थित रहे। समारोह का संचालन अकादमी के सचिव तरुण राज ने किया। इस मौके पर अकादमी के कथक केंद्र की प्रस्तुति 'गंगावतरण' भी प्रदर्शित की गई।

इनको म‍िला सम्‍मान 

वर्ष 2009 के अकादमी पुरस्कार शास्त्रीय गायक उस्ताद राशिद खान, तबला वादन पं.पूरण महाराज पखावज वादक श्री राजकुमार झा, नौटंकी कलाकार सुश्री कृष्णा कुमारी माथुर, रंगनिर्देशक सलीम आरिफ, नौटंकी गायिका सुश्री कमलेश लता, वायलिन वादक प्रो. गोपाल चन्द्र नन्दी, सारंगी वादक उस्ताद नसीर खाँ, भरतनाट्यम् नृत्यांगना सुश्री लक्ष्मी श्रीवास्तव व छायाकार श्री सुरेन्द्र श्रीवास्तव को दिये गये।

वर्ष 2010 के अकादमी पुरस्कार शास्त्रीय गायकी राॅबिन चटर्जी, सरोद वादक, श्री शिवदास चक्रवर्ती, तबला वादक श्री स्वपन सिन्हा, नक्कारा वादक श्री हरिश्चन्द्र, नौटंकी अभिनेता श्री मुन्ना मास्टर, रंगकर्मी श्री हरिशंकर अवस्थी उर्फ राजा अवस्थी, कथक नृत्यांगना श्रीमती बीना सिंह, लेखिका डाॅ.विद्या बिन्दु सिंह व कला समीक्षक श्री संतोष कुमार वाल्मीकि को प्रदान किये गये।

वर्ष 2011 के अकादमी पुरस्कार उपशास्त्रीय गायक पं.सुरेन्द्र मोहन मिश्र, क्लैरिनेट वादक पं.रामकृष्ण, हारमोनियम वादक उस्ताद मेहराज खां, विचित्र वीणा वादक श्री कृष्ण चन्द्र गुप्ता, आल्हा गायक श्री बच्चा सिंह, लोकगायक श्री लक्ष्मीशंकर शुक्ला, अवधी प्रकाश संयोजक श्री अरुण कुमार त्रिवेदी, रंगमंच निर्देशक श्री शैलेश श्रीवास्तव, कथक नृत्यांगना डाॅ.मीरा दीक्षित व कला उन्नयन के लिये सुश्री मीरा माथुर को प्रदान किये गयेे।

वर्ष 2012 के अकादमी पुरस्कार शास्त्रीय गायक श्री विद्याधर प्रसाद मिश्र, पखावज वादक श्री गौरी शंकर सिरवैया, नौटंकी अभिनेत्री श्रीमती मधु अग्रवाल, रंगकर्मी डाॅ.परितोष प्रसाद भट्टाचार्य, भोजपुरी गायिका डाॅ. श्रीमती शैलेश श्रीवास्तव, लोकगायक श्री रामचन्द्र दुबे अजेय, इसराज वादक श्रीकुमार मिश्रा, बांसुरी वादक श्री रविराज शंकर, लोकगायक श्री उदय चन्द्र परदेसी, कथक नृत्यांगना सुश्री रेनू शर्मा व तबला वादक श्री किशोर कुमार मिश्र को दिये गये।

वर्ष 2013 के अकादमी पुरस्कार सुगम गायिका सुश्री ऊषा टंडन (सुश्री ऊषा सेठ), लोक गायक डाॅ.मन्नू यादव, गिटार वादिका डाॅ.कमला शंकर, तबला वादिका डाॅ.नीलू शर्मा, तबला वादक मो.अकरम खान, रंगकर्मी श्री जरीफ मलिक आनन्द, कथक नृत्यांगना डाॅ. विधि नागर, कथक नृत्यांगना, श्रीमती रुचि शर्मा, शास्त्रीय गायिका डाॅ. सृष्टि माथुर, अभिनेता श्री अम्बरीश बाॅबी व रंगमंच अभिनेत्री सुश्री भानुमती सिंह को प्रदान किया गया।

वर्ष 2014 के अकादमी पुरस्कार सितार वादक प्रो.पं.साहित्य कुमार नाहर, तबला वादक श्री पुण्डलीक कृष्ण भागवत, तबला वादक श्री नन्द किशोर मिश्र, हारमोनियम वादक श्री मुख्तार अहमद, रंगकर्मी श्रीमती चित्रा सिंह, कुचिपुड़ी नृत्यांगना सुश्री मीनू ठाकुर, सुगम गायक श्री अग्निहोत्री बन्धु (राकेश-देवेश), नाट्य लेखक श्री राजेश कुमार, कथक नृत्यांगना डाॅ.रुचि खरे, अभिनेता श्री मनोज जोशी व नौटंकी कलाकार श्री खेमचन्द्र यदुवंशी को प्रदान किये गये।

वर्ष 2015 के अकादमी पुरस्कार कव्वाली के लिये सुश्री चंचल भारती, बांसुरी वादक पं.सुनील कान्त गुप्ता, रंगमंच निर्देशक श्री प्रवीण शेखर, उपशास्त्रीय गायिका श्रीमती सुचरिता गुप्ता, नाट्य निर्देशक श्री केशव प्रसाद सिंह, तबला वादक पं.अनुपम राय, तबला वादक श्री कुबेर नाथ मिश्र, सरोद वादक श्री अभिजीत राय चैधरी, संगीत विद्वान डाॅ.सुधांशु पाण्डे, रंगकर्मी श्री विजय तिवारी व कला उन्नयन के लिये कार्यरत श्री गिरीश चन्द्र मिश्र को प्रदान किये गयेे।

वर्ष 2016 के अकादमी पुरस्कार ध्रुपद गायक श्री सुखदेव चतुर्वेदी, शास्त्रीय गायक श्री देवाशीष डे, सितार वादिका सुश्री रेशमा श्रीवास्तव, लोक गायक श्री राकेश उपाध्याय, ब्रज लोक कलाकार सुश्री वन्दना सिंह, कला समीक्षक श्री आलोक पराड़कर, लेखक अशोक हमराही, गायक श्री किशोर चतुर्वेदी, सरोद वादक श्री मुकेश शर्मा, रंग निर्देशक श्री अलोपी वर्मा व संगीत विद्वान डाॅ.अमित कुमार वर्मा को प्रदान किये गये।

वर्ष 2017 के अकादमी पुरस्कारों में बी.एम.शाह पुरस्कार रंग निर्देशक श्री देवेन्द्र राज अंकुर को व सफदर हाशमी रंगकर्मी सुश्री पूर्वा नरेश को और अकादमी पुरस्कार शास्त्रीय गायक श्री भोलानाथ मिश्र कजरी गायिका सुश्री अजीता श्रीवास्तव, रंगकर्मी श्री अभिषेक पंडित, रंगकर्मी श्री के.बी.सक्सेना संगीत निर्देशक श्री विवेक प्रकाश, लोक कलाकार श्री संजय कुमार शर्मा, नाटककार श्री विभांशु वैभव, शास्त्रीय गायिका श्री रश्मि चैधरी, रंगकर्मी श्री प्रभात कुमार बोस, कथक नृत्यांगना सुश्री सुरभि सिंह व कला समीक्षक श्री आत्मप्रकाश मिश्र को दिये गये।

वर्ष 2018 के पुरस्कारों में बी.एम.शाह पुरस्कार मूकाभिनय के लिए श्री निरंजन गोस्वामी को, सफदर हाशमी पुरस्कार रंग निर्देशन के लिये श्री भूपेश जोशी को और अकादमी पुरस्कार सुगम संगीत कलाकार डाॅ.विजय कपूर, सुगम गायिका डाॅ.राज्यश्री बनर्जी, पखावज वादक श्री विजय रामदास, रंग अभिनेता मो.जब्बार अकरम, रंगमंच निर्देशक श्री डिम्पी मिश्रा, रंगमंच निर्देशक, सुश्री विधु खरे दास, ढोलक वादक डाॅ.श्रीकांत शुक्ल, नक्कारा वादक श्री सुनील कुमार विश्वकर्मा, नाट्य लेखक श्री धरमश्री सिंह, भरतनाट्यम नर्तक श्री अमृत सिन्हा व कथक नृत्यांगना श्रीमती सुरभि शुक्ला को प्रदान किये गये।

वर्ष 2019 के पुरस्कारों में बी.एम.शाह पुरस्कार रंगनिर्देशन के लिये श्री रंजीत कपूर को व सफदर हाशमी पुरस्कार रंगमंच अभिनय के लिये श्री टीकम जोशी और अकादमी पुरस्कार ध्रुवपद गायक श्री राधा गोविन्द दास, सारंगी वादक पं.भारत भूषण गोस्वामी, तबला वादक श्री कामेश्वर नाथ मिश्रा, कथक नर्तक युगल पं.माता प्रसाद मिश्र एवं पं.रवि शंकर मिश्र (प्रिय बंधु), लोकगायिका श्रीमती उर्मिला शुक्ला, रंग निर्देशक श्री सुरेश शर्मा, प्रकाश संयोजक श्री राघव प्रकाश मिश्र, संगीत विद्वान प्रो.श्रीमती स्वतंत्र शर्मा, तबला वादक श्री ललित कुमार, नौटंकी कलाकार श्री अमित कुमार दीक्षित व कला उन्नयन के लिये कार्य करने वाले श्री विनोद मिश्र को प्रदान किया गया।


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