सीएम योगी बोले, धारा 370 हटने से वैश्विक मंच पर भारत को आजादी के बाद सबसे बड़ी कूटनीतिक विजय
विधानमंडल के संयुक्त सदन में राज्यपाल आनंदी बेन विधानसभा अध्यक्ष व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे।
लखनऊ, जेएनएन। भारत के संविधान का उद्देश्य नागरिकों की स्वतंत्रता व गरिमा बनाये रखना है । भारत सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से 370 हटाना संविधान की प्रस्तावना को मूर्ति रूप देना है। एक देश एक निशान व एक विधान का उद्देश्य अब पूर्ण हुआ है। यह बातें राज्यपाल आनंदी बेन ने विधानमंडल के संयुक्त सदन में कहीं। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
राज्यपाल आनंदी बेन ने मुख्यमंत्री के तारीफ करते हुए कहा, प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 25 लाख से अधिक आवास का निर्माण करके प्रदेश में अव्वल स्थल प्राप्त किया है। ओडीएफ में भी प्रदेश सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है। कहा, ओडीओपी में सरकार द्वारा स्वरोजगार की परिकल्पना पर कई लोगों को ऋण वितरण किया गया। यदि हम स्वतंत्र रहना चाहते हैं तो हमे दूसरे की स्वतंत्रता पर भी ध्यान देना होगा। हमारा भाव सदैव राष्ट्रगान व राष्ट्र ध्वज के प्रति हो और उसका आदर करें। पर्यावरण की रक्षा करें। भारत की प्रभुता अखंडता की रक्षा करें। विकास की तरफ बढ़ने के लिए सतत प्रयास करें, जिससे देश विकास की तरफ आगे बढ़ता रहे।
उन्होंने कहा, कुंभ मेले के सफल आयोजन के लिए सरकार द्वारा सभी प्रयास किये गए। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का भी प्रदेश में सफल आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, विधानमंडल के संयुक्त सदन में सभी ने राज्यपाल को बहुत ध्यान व शांति से सुना यह सराहनीय है। हमने संविधान ऐसा नहीं बनाया की जो कभी बदल न सके। न्याय, स्वतंत्रता, समता, बंधुता ने हमारे संविधान को पूरे विश्व में मजबूत किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, संविधान ने समय-समय पर पूरे समाज का मार्गदर्शन किया। संविधान सभी के अंदर रचा बसा है। संविधान भारत की विभिन्नता में एकता की शक्ति है। संविधान हमें मानवीय गरिमा की एकता के प्रति सचेत करता है। योगी आदित्यनाथ ने कहा, भीम राव आंबेडकर जी के विरोध के बावजूद धारा 370 का नियम बनाया गया था, लेकिन उस समय की सरकार ने इस पर ध्यान नही दिया। उसके बाद लागतार कश्मीर की स्थित खराब होती गई। धारा 370 हटाने की कार्यवाही को किसी ने पूरा करने की हिम्मत नहीं की। मुख्यमंत्री ने कहा, धारा 370 वही हटा पाता, जिसके कलेजे में हिम्मत होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने वो हिम्मत दिखाई।
जम्मू कश्मीर में भी देश का कानून लागू होगा। यह विकास के लिए जरूरी था। सीएम योगी ने बताया कि पाक अधिकृत कश्मीर के लिए अमित शाह जी ने कहा है कि वह भी जल्द भारत में होगा। जम्मू कश्मीर अब सच में भारत का स्वर्ग होगा। यह वर्ष उत्तर प्रदेश के लिए बहुत महत्वपूर्ण था।
विधान परिषद में सीएम योगी ने कहा, हम संविधान के उद्देश्यों को पूर्ण करने का काम कर रहे। एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने को साकार कर रहे हैं। काफी वर्षों के बाद राज्यपाल के भाषण को सभी ने शान्तिपूर्वक सुना। सदन में शान्तिपूर्ण तरीके से कार्यवाही आगे बढ़ रही है, यही बदलते उत्तर प्रदेश की तस्वीर है। संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा के साथ में हमारी भी गरिमा बढ़ती है। 26 नवम्बर 1949 को भारत के संविधान को अंगीकार किया गया। 26 जनवरी 1950 को देश में संविधान लागू किया गया। संविधान के चार शब्दों ने विश्व का सर्वश्रेष्ठ संविधान बनाया।
कहा, हमारा संविधान ऐसा नहीं है कि संसोधन नहीं हो सकता। देश की आवश्यकता और मांग पर हम संसोधन भी कर सकते हैं। न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुता इन चार शब्दों ने संविधान को सर्वोच्च बनाया है। संविधान भारत के प्रत्येक नागरिक को अधिकार देता है। संविधान सभा के रूप में राजेन्द्र प्रसाद, डॉ आंबेडकर की भूमिका और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की भूमिका महत्वपूर्ण है। लोकतंत्र भारत के आमजन मानस में रचाबसा है।
सीएम ने कहा, पहली बार इतने बड़े भूभाग में संविधान एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना में आगे बढ़ रहा।भारत के संविधान ने प्रत्येक भारत के नागरिक के लिए अधिकारों के साथ कर्तव्य भी बताएं हैं। डॉ भीमराव आंबेडकर की असहमति के बावजूद धारा 370 संविधान में जोड़ दी गई। डॉं. भीमराव अंबेडकर के बताने के बावजूद उस समय की सरकार ने धारा 370 जोड़ दी। धारा 370 की वजह से बड़े पैमाने पर एक वर्ग का पलायन हुआ। धारा 370 हटाने की किसी ने हिम्मत नहीं दिखाई। सरदार पटेल ने 563 से अधिक रियासतों को भारत का हिस्सा बनाया। धारा 370 देश की संप्रभुता के लिए चुनौती थी। 370 वही हटा सकता था, जिसके कलेजे में हिम्मत होती। और यह हिम्मत पीएम मोदी ने धारा 370 हटाकर दिखा दी। आज देश का प्रत्येक नागरिक बाकी राज्योंं की तरह कश्मीर पर भी अधिकार रखेगा। वैश्विक मंच पर भारत को आजादी के बाद सबसे बड़ी कूटनीतिक विजय मिली।