राष्ट्रीय मतदाता दिवस: राज्यपाल ने कहा- मतदाता सोचकर जिम्मेदारी के साथ दें वोट
लखनऊ के आइजी में शांतिपूर्वक मतदान करवाने पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पुलिस अधिकारियों को किया सम्मानित।
लखनऊ, जेएनएन। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर कहा कि मतदाता सोच समझकर पूरी जिम्मेदारी के साथ मताधिकार का प्रयोग करें। गलत मतदान करने से राज्य व क्षेत्र का विकास बाधित हो सकता है। मुझे उम्मीद है कि नई पीढ़ी आगामी चुनावों में सोच समझकर मतदान करेगी। उन्होंने कहा कि पहले चुनाव में धनबल व बाहुबल मतदान को प्रभावित करते थे। चुनाव के दौरान मतपेटियां लूट ली जाती थीं। बैलट पेपर छीनकर वोट डाल दिए जाते थे। आज स्थितियां बदल गई हैं। चुनाव आयोग के प्रयासों से निष्पक्ष, पारदर्शी व शांतिपूर्ण चुनाव होने लगे हैं।
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल ने लोकसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के अफसरों की मेहनत का नतीजा है कि आज 80 फीसद तक मतदान होने लगा है। पहले 30 से 40 प्रतिशत ही मतदान होता था। महिलाएं भी पहले कम वोट डालने निकलती थी पर जब निकली तो उन्हें लगा कि यह कितना जरूरी कार्य है। उन्होंने कहा कि पहले चुनाव और मतदाता बनाना दोनों ही जटिल प्रक्रिया के रूप में जाना जाता था। पर आज बच्चों ने जो प्रदर्शनी लगाई, उसमें बड़ी आसानी से समझा दिया कि मतदान प्रक्रिया क्या है। ये बड़ी बात है। इसके लिए सभी छात्र छात्राओं का अभिनंदन करती हूं।
इस मौके पर राज्यपाल ने उपस्थित लोगों को मतदाता शपथ दिलाई। पहली बार मतदाता बने पांच युवाओं को मतदाता पहचान पत्र वितरित किया। इससे पहले मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा कि महिला मतदाताओं की संख्या हमें बढ़ानी होगी। अभी एक हजार पुरुषों की तुलना में 847 महिला मतदाता हैं। इन्हें पुरुषों के बराबर लाना है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने कहा कि पंचायत चुनाव होने वाले हैं। यह विश्व का सबसे बड़ा चुनाव है। इसमें 8.85 लाख प्रत्याशियों को चुना जाता है। इसकी मतदाता सूची पुनरीक्षण का काम फरवरी से शुरू होकर तीन महीने चलेगा। उन्होंने कहा कि इस तरह के मतदाता दिवस हर स्तर पर आयोजित होने चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला व मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने इन्हें किया सम्मानित
- अरविंद कुमार, तत्कालीन प्रमुख सचिव गृह
- ओपी सिंह, डीजीपी
- आनन्द कुमार सिंह, डीजी जेल
- प्रवीण कुमार, आइजी रेंज, मेरठ
- विजय भूषण, आइजी कानून व्यवस्था
- अखिलेश कुमार, तत्कालीन डीआइजी, चुनाव प्रकोष्ठ
- नितिन तिवारी, तत्कालीन एसएसपी, मेरठ
- आशीष तिवारी, तत्कालीन एसपी, जौनपुर
- सुरेंद्र सिंह, तत्कालीन डीएम, वाराणसी
- जेबी सिंह, डीएम, इटावा
- आलोक कुमार पाण्डेय, डीएम, सहारनपुर
- मोनिका रानी, तत्कालीन डीएम, फर्रुखाबाद
- हीरालाल, डीएम, बांदा
- पुलकित खरे, डीएम, हरदोई
- कुनाल सिल्कू, तत्कालीन डीएम, सिद्धार्थनगर
- उमेश मिश्रा, डीएम, अमरोहा
- चंद्र प्रकाश सिंह, डीएम, कासगंज
- प्रवीण कुमार लक्षकार, डीएम, हाथरस
- मनीष बंसल, नोडल अधिकारी स्वीप
- कुंतल किशोर, एसपी, कानून व्यवस्था
- चिरंजीव नाथ सिंह, एसपी, कानून व्यवस्था
- अनिल कुमार सिंह, तत्कालीन संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी
- इंद्र भूषण वर्मा, उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी
- वीरेन्द्र कुमार, पुलिस उपाधीक्षक, कानून व्यवस्था
- विपेन्द्र कुमार वर्मा, उप निरीक्षक चुनाव प्रकोष्ठ
- रणजीत यादव, पुलिस उपाधीक्षक चुनाव प्रकोष्ठ
- मुहम्मद जमाल, बीएलओ, हरदोई
- अर्चना पल्लवी, बीएलओ, हरदोई