राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा, लोकतांत्रिक एवं मानवतावादी मूल्यों की प्रतिमूर्ति थे अटल बिहारी वाजपेयी
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि जनसामान्य विशेषकर युवा वर्ग श्रद्धेय अटल जी के आदर्श मूल्यों से प्रेरणा लेकर देश की एकता और अखंडता को सुदृढ़ करने तथा भारत को विश्व में सर्वाधिक विकसित राष्ट्र बनाने में रचनात्मक भूमिका का निर्वहन करेंगे।
लखनऊ, जेएनएन। अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय की शुक्रवार को आयोजित पहली व्याख्यानमाला में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल राजभवन से ऑनलाइन शामिल हुईं। राज्यपाल ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी की स्मृति में स्थापित यह चिकित्सा विश्वविद्यालय अपने आदर्श ध्येय वाक्य ‘आरोग्यमेव अटल अमृतम’ की भावना से प्रदेश के सभी चिकित्सा संस्थाओं में चिकित्सा ज्ञान का प्रसार और उसकी अभिवृद्धि में सहयोग करता रहेगा। अटल जी के त्यागपूर्ण नेतृत्व ने अंतर्राष्ट्रीय पटल पर देश का जो मान-सम्मान बढ़ाया, वह सदैव याद रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि जनसामान्य विशेषकर युवा वर्ग श्रद्धेय अटल जी के आदर्श मूल्यों से प्रेरणा लेकर देश की एकता और अखंडता को सुदृढ़ करने तथा भारत को विश्व में सर्वाधिक विकसित राष्ट्र बनाने में रचनात्मक भूमिका का निर्वहन करेंगे। अटल जी लोकतांत्रिक एवं मानवतावादी मूल्यों की स्थापना के कार्य में सतत् प्रयासरत रहे तथा उनका संपूर्ण जीवन पारस्परिक प्रेम, विश्व बंधुत्व, भाईचारा एवं सहिष्णुता की स्थापना के लिए समर्पित रहा। आजादी के बाद भारत की घरेलू एवं विदेश नीति को आकार देने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई। उनकी जयंती को देश भर में सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। अटल जी का मानना था कि जीवन को टुकड़े में नहीं समग्रता में देखना चाहिए। सुशासन तभी आयेगा जब हम समस्याओं के बारे में समग्रता में सोचेंगे ओर उन्हें सुलझाने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि वास्तव में सुशासन का असली मकसद है कि सुविधाएं सभी नागरिकों तक पहुंचे, सबको अवसर मिले और हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे। राज्यपाल ने कहा कि अटल जी की जयन्ती पर हम सभी को संकल्प लेना होगा कि जनता को सीधे लाभ देने वाली केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाएं। व्याख्यानमाला में किंग जॉर्ज चिकित्सा विवि के कुलपति ले.जनरल डा.विपिन पुरी,एम्स दिल्ली के निदेशक डॉ.रणदीप गुलेरिया, एम्स ऋषिकेश के निदेशक प्रो.आर कांत, विवि के कुलपति डा.एके सिंह व अनिल कुमार समेत कई विशेषज्ञ शामिल हुए।