देशभर में बंद होगा नर्सिग का जीएनएम कोर्स, कॉलेजों पर लगेंगे ताले
देश भर में बंद होंगे जीएनएम नर्सिंग एंड मिडवाइफरी कोर्स बीएससी नर्सिंग की होगी मान्यता।
लखनऊ [संदीप पांडेय]। देश भर में नर्सिग का जनरल नर्सिग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) कोर्स बंद होगा। इंडियन नर्सिग काउंसिल ने सभी राज्यों को पत्र जारी कर दिया है। इसके लिए दो वर्ष तक का वक्त दिया है। ऐसे में भविष्य में जहां स्टाफ नर्स के लिए बीएससी नर्सिग ही मान्य होगा। वहीं कई कॉलेजों में ताला भी लगने का अंदेशा है।
नर्सिग के लिए विद्यार्थी 12वीं के बाद जीएनएम, एएनएम व बीएससी नर्सिग कोर्सो में दाखिला लेते हैं। जीएनएम कोर्स अस्पतालों में स्टाफ नर्स के लिए अर्ह माना गया। वहीं सुपर स्पेशलियटी सेवाओं के बढ़ते चलन में जीएनएम कोर्स की उपयोगिता घट गई है। यहां तक कि आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थानों में अब स्टाफ नर्स के लिए बीएससी नर्सिग कोर्स को तवज्जो दी जा रही है। हाल में ही एक एम्स में स्टाफ नर्स पद के लिए जीएनएम कोर्स को दरकिनार करने पर मामला कोर्ट तक पहुंचा। ऐसे में अपग्रेड हो रही हेल्थ सर्विस के बीच जीएनएम कोर्स महत्व खो चुका है। लिहाजा, इंडियन नर्सिग काउंसिल (आइएनसी) ने जीएनएम कोर्स बंद करने का फैसला किया है।
कॉलेज इस वक्त प्रदेश में बीएससी नर्सिग की डिग्री दे रहे हैं।
सरकारी कॉलेज हैं, जहां 520 सीटें हैं, प्राइवेट कॉलेजों में 4,350 सीटें हैं।
कॉलेज एमसी नर्सिग के हैं, इसमें एक सरकारी है। इनमें सीटें क्रमश: 287 व 50 हैं।
2020-21 दाखिले का अंतिम सत्र
इंडियन नर्सिग काउंसिल के सचिव रथीश नायर ने यूपी समेत सभी स्टेट मेडिकल फैकल्टी का पत्र जारी किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 जीएनएम कोर्स का अंतिम सत्र होगा। इसके बाद जीएनएम में कोई भी दाखिला मान्य नहीं होगा। इसके बाद किसी छात्र का काउंसिल में पंजीकरण मान्य नहीं होगा।
राज्य के 303 कॉलेजों में होती पढ़ाई
देश में जीएनएम की लगभग एक लाख सीटें हैं, जबकि यूपी में जीएनएम कोर्स के लिए 303 कॉलेजों को मान्यता है। इसमें कुल 14, 310 सीटें हैं। वहीं 13 सरकारी कॉलेज हैं, जिनमें 610 सीटें हैं। वहीं एनएम के 279 कॉलेज हैं, इनमें सरकारी 39 हैं। इनमें क्रमश: 9,370 व 2,310 सीटें हैं।
कई कॉलेजों में लटकेगा ताला
जीएनएम कोर्स बंद होने के बाद बीएससी नर्सिग ही नर्सिग का बेसिक कोर्स होगा। ऐसे में कॉलेजों को बीएससी नर्सिग के लिए मान्यता संबंधी मानक पूरे करने होंगे। खासकर, बीएससी नर्सिग स्कूल के लिए टीचिंग फैकल्टी जुटाना मुश्किल होगा। इसके लिए एमएससी नर्सिग व नर्सिग से पीएचडी टीचिंग की तलाश कॉलेजों को भारी पड़ेगी।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
स्टेट मेडिकल फैकल्टी के सचिव डॉ. राजेश जैन ने बताया कि कोर्स बंद करने के लिए आइएनसी का पत्र आया है। इसका समय सत्र 2020-21 दिया गया है। इसके बाद दाखिले नहीं होंगे। वहीं जो स्कूल फैकल्टी के मानक पूरे करेंगे। उन्हें बीएससी नर्सिग की मान्यता प्रदान की जाएगी।
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