दुष्कर्म के प्रयास के बाद झेल रही थी मनचलों का टॉर्चर, जहर खाकर दे दी जान Sultanpur News
सुल्तानपुर के दोस्तपुर थानाक्षेत्र की घटना। 30 नवंबर को आरोपितों ने किया था सामूहिक दुष्कर्म का प्रयास झेल रही थी रोज मनचलों का टॉर्चर।
सुल्तानपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में एक युवती ने सामूहिक दुष्कर्म के प्रयास के बाद मनचलों की फब्तियों से तंग आकर जान दे दी। सोमवार की शाम आरोपितों द्वारा दोबारा फब्तियां कसने से परेशान युवती ने जहर खाकर लिया। आननफानन में उसे सीएचसी ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। उधर, मृतका के पिता ने पुलिस पर तहरीर बदलवाने का आरोप लगया है। पिता का कहना है कि आरोपित खुलेआम घूमते रहे, लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया।
दो माह से झेल रही थी टॉचर
मामला जिले स्थित दोस्तपुर थानाक्षेत्र का एक गांव का है। बीते 30 नवंबर की रात युवती के गांव में बरात आई थी। परिवार के लोग द्वारपूजा देखने गए थे और वह घर में अकेली थी। इसी दौरान उसके घर में पहुंचे गांव के ही कुछ युवक उसे जबरन झाडिय़ों में लेकर चले गए और दुष्कर्म का प्रयास किया। हल्ला-गुहार सुनकर मौके पर पहुंचे युवती के पिता व बहन को देखकर सभी भाग निकले। पीडि़त पिता ने इसकी तहरीर थाने पर दी। काफी प्रयास के बाद तीसरे दिन पुलिस ने पवन, अर्पित व अंकित पर छेडख़ानी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। गिरफ्तारी न होने से मनचले आए दिन उसे परेशान करते थे। सोमवार की शाम करीब आठ बजे वह एक किराना की दुकान से सामान लेकर लौट रही थी। रास्ते में अकेला पाकर दोबारा उन युवकों ने उसे कुछ अपशब्द कहने लगे। उसने लौटकर इसकी जानकारी अपनी छोटी बहन को दी। इस वाक्ये से आहत युवती ने रात करीब नौ बजे जहर खा लिया। थोड़ी देर बाद उसकी हालत गंभीर होने लगी तो परिवारजन उसे सीएचसी लेकर गए, जहां उसकी मौत हो गई।
क्या कहना है पुलिस का ?
थानाध्यक्ष चंद्रशेखर ने बताया कि छेडख़ानी से आहत होकर युवती द्वारा आत्महत्या किए जाने की बात गलत है। आरोपित युवक रिश्ते में मृतका के भतीजे लगते हैं। फिलहाल मुकदमा पंजीकृत कर आरोपितों की तलाश की जा रही है।
पुलिस पर तहरीर बदलवाने का आरोप
मृतका के पिता ने बताया कि पुलिस शुरू से ही आरोपितों को बचाने में लगी रही। 30 नवंबर को जब वे लोग तहरीर लेकर पहुंचे तो थानाध्यक्ष ने उसे फाड़ दिया गया और मनमाफिक तहरीर लिखने का दबाव बनाया गया। आरोपित खुलेआम घूमते रहे, लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया।