FB पर नाम बदलकर युवती को प्रेम जाल में फंसाया, चार साल बाद एक तस्वीर ने खोली पोल Ayodhya News
2016 में एक-दूसरे के संपर्क में आए। प्रेम जाम में फंसाकर युवती से शारीरिक संबंध बनाए। युवती की शिकायत के बाद आरोपित गिरफ्तार।
अयोध्या, जेएनएन। जिले में संदिग्ध 'लव जिहाद' का सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक गैर समुदाय के युवक ने अपना नाम बदलकर फेसबुक प्रोफाइल बनाकर गैर समुदाय की युवती को प्यार के जाल में फंसाया। उसका शारीरिक शोषण किया, जिससे वह गर्भवती हो गई। एक दिन युवक के निकाह की तस्वीर युवती के सामने आई तो हकीकत पता चली। युवती ने युवक के खिलाफ कोतवाली अयोध्या में तहरीर दी।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी युवक खुर्शीद आलम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। मामला दो अलग-अलग समुदायों का होने के कारण पुलिस ने काफी सतर्कता दिखाई। पीडि़त युवती सोनभद्र जिले की रहने वाली है। कोतवाल अयोध्या सुरेश पांडेय ने बताया कि तुलसी उद्यान के निकट रहने वाले खुर्शीद और युवती वर्ष 2016 में एक-दूसरे के संपर्क में आए। फेसबुक के जरिए दोनों के बीच प्रेम संबंध बना। खुर्शीद ने दीपक वर्मा के नाम से फेसबुक प्रोफाइल बनाकर युवती को अपने प्रेम जाल में फंसाया। युवती का आरोप है कि 22 सितंबर को युवक पीडि़ता को लेकर तुलसी उद्यान के निकट एक गेस्ट हाउस पहुंचा, जहां दोनों साथ रहे और युवती से शारीरिक संबंध बनाया। युवक युवती को लेकर लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में भी रहा। गर्भवती होने पर युवती को गर्भपात की दवा भी युवक ने खिलाई, जिससे उसकी तबीयत खराब हो गई। अपने साथ धोखे की संभावना देखते हुए युवती अयोध्या पहुंची और युवक के बारे में छानबीन करने लगी। युवती को पता चला किया युवक का नाम दीपक नहीं बल्कि खुर्शीद है और उसका निकाह हो चुका है। शिकायत के बाद युवती व उसके परिवार की जान का खतरा है। कोतवाल का कहना है कि खुर्शीद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
आरोपी के खिलाफ हो कठोरतम कार्रवाई
हनुमानगढ़ी के संत राजूदास का कहना है कि यह प्रकरण पूरी तरह से 'लव जिहाद' है। प्रशासन इसे हल्के में न लें। आरोपी के परिवार के अन्य सदस्य लव जिहाद में लिप्त हैं। आरोपी पर कठोरतम कार्रवाई होनी चाहिए। आरोपी पर एनएसए की कार्रवाई भी होनी चाहिए। युवती ने साहस दिखाया तो आरोपी की कुत्सित मानसिकता और समाज विरोधी साजिश सामने आई। गेस्ट हाउस संचालक के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।