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UP के ढाई लाख से अधिक गांवों को मिली शुद्ध पेयजल की सौगात, अब 58 व्यक्ति पर एक हैंडपंप

ग्रामीणों के जीवनस्तर को सुधारने और बीमारियों से बचाने के लिए शुद्ध पेयजल मिलना जरूरी है। इसी को ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने ढाई लाख से ज्यादा गांवों और बस्तियों को शुद्ध पेयजल की सौगात दी है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 08:44 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 08:44 PM (IST)
UP के ढाई लाख से अधिक गांवों को मिली शुद्ध पेयजल की सौगात, अब 58 व्यक्ति पर एक हैंडपंप
योगी सरकार ने ढाई लाख से ज्यादा गांवों और बस्तियों को शुद्ध पेयजल की सौगात दी है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। ग्रामीणों के जीवनस्तर को सुधारने और बीमारियों से बचाने के लिए शुद्ध पेयजल मिलना जरूरी है। इसी को ध्यान में रखकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने ढाई लाख से ज्यादा गांवों और बस्तियों को शुद्ध पेयजल की सौगात दी है। पीने के पानी के लिए वर्षों से संघर्ष कर रहे इन गांवों को अब अपने घर के पास ही पीने का साफ पानी मिल रहा है। नमामि गंगे ग्रामीण पेयजल आपूर्ति विभाग ने 28,95,361 हैंडपंप स्थापित कर 2,59,739 ग्रामीण बस्तियों में पेयजल की समस्या का निस्तारण कर दिया है। दावा है कि इन इलाकों में प्रति व्यक्ति 40 लीटर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है।

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नमामि गंगे ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने अभियान के तहत गांव-गांव रिकार्ड हैंडपंपों की स्थापना की है। उत्तर प्रदेश के इन गांवों में बस्तियों की संख्या 2,59,739 है। इन सभी बस्तियों में प्रति व्यक्ति 40 लीटर के हिसाब से हैंडपंप, पाइप योजना से पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। हर हैंडपंप से 10 हजार लीटर प्रतिदिन उपलब्धता मानते हुए प्रति 250 पर एक इंडिया मार्क हैंडपंप या 40 एलपीईडी (लीटर्स पर कैपिटा पर डे) के आधार पर पाइप पेयजल सप्लाई कर सामुदायिक रूप से प्रति 250 की जनसंख्या पर एक जल स्तंभ (पब्लिक स्टैंड पोस्ट) का मानक निर्धारित किया गया।

अपर मुख्य सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि सीपीएचईईओ (सेंट्रल पब्लिक हेल्थ एंड इनवायरमेंट इंजीनियरिंग आर्गेनाइजेशन) की ओर से पाइप पेयजल योजना से जलापूर्ति के लिए 70 से 100 एलपीईडी का न्यूनतम मानक निर्धारित है। सरकार ने 40 एलपीईडी के आधार पर मानक को शिथिल कर सीमित संसाधनों को देखते हुए 55 एलपीईडी के आधार पर पाइप योजना के तहत घरों में आपूर्ति किए जाने के निर्देश दिए। इस पर काम हो रहा है।

राज्‍य सरकार की योजना लाखों ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रही है। 4 साल पहले तक बूंद-बूंद पानी के लिए संघर्ष करने वाले ग्रामीणों के घर के पास ही सरकार पानी उपलब्‍ध करा रही है। नमामि गंगे ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने अभियान के तहत गांव-गांव रिकार्ड हैंडपंपों की स्‍थापना कर शुद्ध पेयजल के सपने को साकार किया है। पानी की न्यूनतम आवश्यकता को देखते हुए योजना के तहत प्रदेश की जनता को बड़ा लाभ दिया गया है। 


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