बहराइच में लाल निशान के करीब पहुंची घाघरा, मंडराया बाढ़ का खतरा
बहराइच में बैराजों से छोड़ा गया 263117 क्यूसेक पानी बीते 24 घंटे में जलस्तर में 26 सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी दो घर और पांच बीघे जमीन डूबे।
बहराइच, जेएनएन। मानसूनी बारिश के बाद बैराजों से पानी छोड़े जाने से घाघरा नदी लाल निशान छूने को बेताब है। बाढ़ के हालात पैदा हो रहे हैं। नदी का पानी नालों से होते हुए खेतों व रास्तों पर बहने लगा है। सोमवार को तिकुरी में दो आशियानें व 5 बीघे जमीन धारा में समा गई।
बैराजों से लगातार पानी छोड़े जाने का सिलसिला जारी है। जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। खेतों के साथ कायमपुर संपर्क मार्ग पर पानी बहने लगा है। बीते 24 घंटे में जलस्तर में 26 सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। विश्राम व राखन के आशियानें धारा में विलीन हो गए। कटान के भय से मुहाने पर बसे संतोषी अपना पक्का मकान तोड़ रहे हैं। हरेराम, प्रदीप भी गृहस्थी समेत सुरक्षित स्थान की जुगत में जुटे रहे।संतराम, श्यामलाल, विजय कुमार, रामकुमार, कूबर श्रीपाल, रामशंकर की 5 बीघे जमीन धारा में समा गई। सरयू ड्रेनेज खंड के सहायक अभियंता वीवी पाल ने बताया कि शारदा बैराज से 131337, गिरजा बैराज से 128600, व सरयू बैराज से 3180 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। एल्गिन ब्रिज पर लाल निशान 106.070 मी के सापेक्ष घाघरा का जलस्तर 106.016 मी रिकॉर्ड किया गया। घाघरा लाल निशान से 6 सेंटीमीटर नीचे बह रही है।
एडीएम ने लिया बाढ़ व कटान का जायजा
महसी: सोमवार को एसडीएम जयचंद पांडेय ने एसडीएम एसएन त्रिपाठी तहसीलदार राजेश कुमार वर्मा सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के सहायक अभियंता वीवी पाल व एनडीआरएफ जवानों के साथ बाढ़ व कटान प्रभावित गांव तिकुरी, पिपरी, कायमपुर गोलागंज का भ्रमण किया। तिकुरी में हो रही कटान की स्थिति देखी। मुहाने पर बसे ग्रामीणों से घर खाली करने की अपील की। उन्होंने तहसील प्रशासन को पीड़ित परिवारों को अविलंब सहायता उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। एसडीएम ने बताया कि कटान पीड़ित परिवारों को सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।