लखनऊ: कंडम ऑटो के फर्जी कागजात बनाकर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का राजफाश
लखनऊ में बड़ी मात्रा में आटो के फर्जी कागजात बनाने वाले गिरोह से कंडम 11 ऑटो बरामद वाहन चोरी में भी थे शामिल अन्य की तलाश में छापेमारी।
लखनऊ, जेएनएन। परिवहन विभाग से कंडम घोषित की जा चुकी गाड़ियों के फर्जी ढंग से जाली कागज बनाकर बेचने व ऑटो चोरी करने वाले गिरोह का विभूतिखंड पुलिस ने राजफाश किया है। आरोपित फर्जी तरीके से ऑटो के रजिस्ट्रेशन व प्रमाण पत्र बनाते थे। डीसीपी पूर्वी चारु निगम के मुताबिक पुलिस टीम ने गिरोह के सात आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से चोरी व फर्जीवाड़ा कर हासिल किए गए 11 ऑटो बरामद किए गए हैं।
एसीपी विभूतिखंड स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि गिरोह में आरटीओ विभाग के कर्मचारी भी शामिल थे। हरदोई के आरटीओ कार्यालय में तैनात कुछ कर्मचारियों की भूमिका सामने आई है। पुलिस टीम प्रकाश में आए अन्य लोगों की तलाश में दबिश दे रही है। एसीपी के मुताबिक परिवहन विभाग 10 साल बाद ऑटो को कंडम घोषित कर देता है। इसे लोग कबाड़ वालों को पांच हजार रुपये में बेच देते हैं। हालांकि गिरोह लोगों को लालच देकर उन्हें 10 हजार रुपये देता था और ऑटो खरीद लेता था। इसके बाद कंडम ऑटो के चेसिस नम्बर का इस्तेमाल चोरी की गाड़ियों में किया जाता था।
ऑटो की बनवाते थे नकली आरसी
आरटीओ के कर्मचारियों से मिलीभगत कर गिरोह उनसे दो हजार रुपये में रजिस्ट्रेशन कॉपी का सादा पेपर खरीद लेते थे। इसके बाद उस पर कंडम घोषित ऑटो का चेसिस नम्बर व अन्य जानकारी छाप देते थे। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि कई उन्होनें ब्लैक लिस्टेड ऑटो के नम्बर पर रजिस्ट्रेशन कॉपी तैयार की थी। चेकिंग में परिवहन एप पर वह नम्बर नहीं दिखाई देता था। पूछने पर आरोपित तकनीकी खामी बताकर चकमा दे देते थे।