मो. इकलाख की शहनाई की धुनों के साथ भगवान गणपति का स्वागत
गणेश चतुर्थी के मौके पर गुरुवार को राजधानी के विभिन्न पंडालों गणपति बप्पा को विराजमान किया गया। इस मौके पर जगह-जगह सांस्कृतिक संध्या और बाल मेले का आयोजन किया गया।
लखनऊ, जागरण संवाददाता : ऋद्धि-सिद्धि के साथ पधारो गौरी पुत्र गणेश, कुटुंब सहित सब देव पधारो ब्रह्मा विष्णु महेश... प्रथम पूज्य भगवान गणेश का कुछ इस प्रकार आह्वान कर पंडालों में विराजमान किया गया। गुरुवार को गणेश चतुर्थी के मौके पर राजधानी के विभिन्न पंडालों में विघ्नहर्ता को शहर व देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को संकटों से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना के साथ स्थापित किया गया। कहीं, शहनाई तो कहीं भजन-कीर्तन व ढोल-नगाड़ों के संग भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की गई।
अमीनाबाद के राजा दे रहे अभयदान
श्री गणेश उत्सव मंडल, अमीनाबाद की ओर से आयोजित सात दिवसीय पंडाल में एक बजे विधि-विधान के साथ भगवान गणेश अभयमुद्रा में विराजमान हुए। मो. इकलाख ने शहनाई की धुनों के साथ भगवान गणपति का स्वागत किया। इस मौके पर काफी संख्या में भक्तों ने आरती में शामिल हो प्रसाद ग्रहण किया। अटल जी का पुराना नाता लखनऊ से रहा है इसलिए इस बार की पूजा उनको समर्पित की गई है। इस बार 28वां आयोजन है। सांस्कृतिक संध्या व बाल मेला आयोजन का खास आकर्षण है।
आपसी सद़भाव का प्रतीक है यह पंडाल
अमीनाबाद कमेटी का यह पंडाल हिंदू-मुस्लिम भाईचारा की मिसाल पेश करता है। शहनाई वादक मो. इकलाख जहां पिछले 25 सालों से पंडाल में भगवान गणेश को भजन समर्पित करते हैं। वहीं, पटाखा विक्रेता मो. साबिर हर साल मूर्ति स्थापना के बाद 21 गोलों की सलामी देते हैं। तो, पंडाल सजाने का जिम्मा मो. परवेज उठाते हैं।
सीप में विराजे गणपति
गणेश प्रकाट्य कमेटी की ओर से झूले लाल वाटिका में सजे 13वें पंडाल में 'मनौतियों के राजा इस बार सीप में विराजमान किए गए हैं। सवेरे साढ़े नौ बजे भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना के समय कमेटी के सदस्यों के साथ तमाम श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर मनौतियां मांगी।
यहां दर्शनों के लिए तय करना होगा पनडुब्बी का रास्ता
झूले लाल वाटिका में रामेश्वरम मंदिर की थीम पर सजे 10 दिवसीय पंडाल में गणपति के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं को पनडुब्बी के रास्ते होकर जाना होगा। चूंकि रामेश्वरम मंदिर समुद्र किनारे स्थित है इसलिए पंडाल को उसी स्वरूप में प्रदर्शित किया गया है। इस बार डायनासोर पार्क, हांटेड हाउस, किड्स जोन, विभिन्न स्टाल व फूड कोर्ट आकर्षण का केंद्र हैं।
जयकारों के बीच स्थापित हुए अलीगंज के राजा
अलीगंज के राजा के दरबार में भजनों की बारिश हुई। सुबह मंत्रोच्चार के बीच गजानन की मूर्ति की स्थापना की गई। वहीं, शाम को गणेश वंदना के साथ 'तू राम नाम का सुमिरन कर हनुमान आयेगा, 'मोरे आंगना पधारो गौरी लाल, 'श्याम दाता मुझे तूने दी जिन्दगी जैसे भजनों की आकाश गुप्ता ने झड़ी लगाई। गुलाब वाटिका गणेश पूजा समिति की ओर से आयोजित पांच दिवसीय गणेश महोत्सव 17 सितंबर तक नेहरु बाल वाटिका के पास गुलाब वाटिका अपार्टमेंट परिसर में चलेगा।
मंत्रोच्चार के बीच विराजे पीली कोठी के राजा
श्रीश्री सिद्धि विनायक सेवा समिति की ओर सीतापुर रोड स्थित श्री गणेश महोत्सव पंडाल पीली कोठी में पीली कोठी के राजा मंत्रोच्चार के बीच सवेरे नौ बजे विराजमान हुए। सात दिवसीय इस आयोजन में रोज सवेरे नौ बजे पूजन व आरती, शाम सात बजे भजन कथा होगी। साथ ही दर्शन के लिए सवेरे नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक व शाम को चार बजे से रात्रि 11 बजे तक गणपति का दरबार दर्शनों के लिए खुलेगा।