Indian Railway: लखनऊ के रेलवे स्टेशन पर मनमाने दामों पर बिक रहे हैं फल, यात्री ने DRM से की शिकायत
कोरोना की वजह से रेल यात्री भी पैक्ड फ़ूड की जगह फलों को खाना पसंद कर रहे हैं। इसी का फायदा उठाते हुए रेलवे स्टेशनों पर फल विक्रेताओं ने मनमाना दाम यात्रियों से वसूलना शुरू कर दिया है। इसकी शिकायत एक यात्री ने की।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना के बाद से रेलवे स्टेशनों पर खानपान की वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। रेल यात्री भी पैक्ड फ़ूड की जगह फलों को खाना पसंद कर रहे हैं। इसी का फायदा उठाते हुए रेलवे स्टेशनों पर फल विक्रेताओं ने मनमाना दाम यात्रियों से वसूलना शुरू कर दिया है। सोमवार सुबह एक यात्री को चारबाग़ स्टेशन पर 40 रुपए प्रति दर्जन मिलने वाला केला 50 रुपए प्रति दर्जन बेचा गया। यात्री ने इसकी शिकायत डीआरएम से की है। जिसके बाद डीआरएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
दरअसल चारबाग़ रेलवे स्टेशन पर पैक्ड फ़ूड बेचने की कोई व्यवस्था ही नहीं है। इस स्टेशन के सात प्लेटफार्म से रोजाना कोरोना से पहले लगभग 280 ट्रेन गुजरती थीं। कोरोना में लॉक डाउन के बाद ट्रेनों का संचालन बन्द हो गया था। जब ट्रेन संचालन दोबारा शुरू किया गया तो खानपान सेवा को ही बहाल नही किया गया। लंबी दूरी की ट्रेनों के यात्रियों को हो रही दिक्कत को देखते हुए रेलवे ने चारबाग़ स्टेशन पर फलों की आपूर्ति दोबारा शुरू की। यहां प्लेटफार्म नंबर सात पर फल के कई स्टाल हैं। इन स्टाल पर हर फल की बिक्री की रेट लिस्ट तो लगी है। लेकिन यात्रियो को उससे अधिक दाम पर बेचा जा रहा है। रेलयात्री सुमित अवस्थी सोमवार सुबह स्टाल पर केला खरीदने पहुंचे।
एक दर्जन केले को खरीदने के बाद जब उन्होंने दाम पूछा तो स्टाल संचालक ने 50 रुपए मांगे। सुमित अवस्थी ने रेट लिस्ट देखी उसमें 40 रुपए प्रति दर्जन लिखा गया था। सुमित के साथ दूसरे यात्रियो को भी केला 40 की जगह 50 रुपए प्रति दर्जन बेचा गया। फिलहाल रेलवे ने पूरे स्टेशन पर फलों के स्टाल और ठेलों के पर रेट लिस्ट का पालन कराने की जांच के आदेश दिए