लखनऊ में फर्जी IAS समेत दो जालसाज गिरफ्तार, नौकरी के नाम पर करते थे ठगी
लखनऊ भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से बनाया था फर्जी संस्था जल संरक्षण पर्यावरण एवं कृषि शोध प्रशिक्षण संस्थान में नौकरी दिलाने के नाम पर कर रहे थे ठगी। शनिवार रात में पकड़ा गया था साथी फर्जी आइएएस।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवकों से ठगी का मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। क्राइम ब्रांच और हजरतगंज पुलिस ने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से फर्जी संस्था बनाकर सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठगी करने के आरोप में एक जालसाज संजीतमल रविवार को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर को ट्वीटर पर इस प्रकरण की शिकायत मिली थी। वहीं, बीती शनिवार देर रात फर्जी आइएएस अफसर बनकर लोगों से ठगी करने वाले जालसाज पकंज भी पुलिस के हत्थे चढ़ा।
पुलिस आयुक्त ने क्राइम ब्रांच को मामले की छानबीन में पता चला कि पंडित अटल बिहारी वाजपेयी जल संरक्षण पर्यावरण एवं कृषि शोध प्रशिक्षण संस्थान नाम से विभिन्न पदों पर नौकरी देने का दावा किया जा रहा है। यही नहीं आरोपितों ने विभिन्न अखबारों में इसका विज्ञापन भी दिया है। विज्ञापन के माध्यम से बड़ी संख्या में बेरोजगार युवक आरोपितों के संपर्क में आए और उनके बताए गए खातों में रकम भी ट्रासंफर कर दी थी। छानबीन के दौरान हुसैनगंज पुलिस ने शनिवार देर रात में खुद को आइएएस बताकर लोगों को झांसे में लेने वाले गिरोह के सरगना इंदिरानगर निवासी पकंज मिश्र को गिरफ्तार किया। इसके बाद इंस्पेक्टर हजरतगंज श्यामबाबू शुक्ला और क्राइम ब्रांच में इंस्पेक्टर अजय त्रिपाठी ने टीम गठित कर गोमतीनगर विस्तार निवासी संजीतमल को दबोच लिया। पूछताछ में संजीतमल ने बताया कि उन्होंने एक फर्जी संस्था बनाई थी, जिसकी वेबसाइट भी तैयार की गई थी। वेबसाइट के माध्यम से आवेदन लेकर जालसाजी गिरोह फर्जीवाड़ा कर रहा था। पुलिस आरोपितों के अन्य साथियों की तलाश कर रही है।
ऐसे करता था फर्जी आइएएस ठगी
आरोपित ने बेरोजगार युवकों को फार्मासिस्ट की नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे मोटी रकम हड़प ली थी। हुसैनगंज कोतवाली में आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज था। डीसीपी सोमेन वर्मा के मुताबिक, आरोपित वर्ष 2012 में गोमती नगर थाने से जालसाजी के मामले में जेल जा चुका है। आरोपित युवाओं को अदब में लेकर उन्हें सरकारी नौकरी दिलाने की बात कहता था। आरोपित की गाड़ी भी बरामद की गई है, जिसमें फर्जी नियुक्ति पत्र मिले हैं। पंकज एक युवक को झांसे में लेकर उसे नौकरी दिलाने की बात की थी और रुपये मांगे थे। युवक को जब संदेह हुआ तो उसने डीसीपी मध्य से संपर्क कर पूरी बात बताई। इसके बाद डीसीपी ने एक टीम गठित की और आरोपित को रंगे हाथों दबोच लिया गया। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी शनिवार को हुए पुलिस भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों से भी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने की फिराक में था। सेक्टर नौ इंदिरा नगर निवासी पंकज मिश्रा के अन्य साथियों के बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है। हालांकि आरोपित ने अभी तक किसी का नाम नहीं लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपित ने किन-किन लोगों से रुपये लिए हैं, इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पंकज के खिलाफ कुल तीन मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें दो गोमतीनगर थाने में लिखे गए थे। पुलिस आरोपित से पीड़ित लोगों की सूची मांग रही है।