गायब हो गया करामाती बल्ब... न मुद्दा और न ही मुद्दई, फिर काहे का मुकदमा
लखीमपुर में यूपी 112 पर फोन कर बताया कि कुछ लोग करामाती बल्ब बेच रहे हैं और खरीदने को यूपी से बाहर के लोग आए हैं। मौके पर पहुंची दो पीवीआर में से एक आरोपितों को ले गई। बाद में सीमा विवाद के गायब हो गए जालसाज।
लखीमपुर, जेएनएन। खाकी में वो कुव्वत है जो रस्सी को सांप ही नहीं, सांप को रस्सी भी बना देती है। एक नमूना देखिए फिर जुमला खुद ब खुद समझ आ जाएगा। गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे का किस्सा है। कुछ लोगों ने यूपी 112 पर फोन कर बताया कि कुछ लोग करामाती बल्ब बेच रहे हैं और खरीदने को यूपी से बाहर के लोग आए हैं। यूपी 112 के हेडक्वार्टर से सूचना पास हुई और जो नजदीकी पीआरवी गाड़ियां थीं उनमें एक धौरहरा और दूसरी निघासन कोतवाली की थी। अब मामला रसेदार था सो दोनों पीआरवी मौके पर जा पहुंचीं। करीब 10 लोग और करामाती कहा जाने वाला बल्ब पकड़ में आ गया।
कुछ देर बहसालसाजी, मुबाहिसे के बाद निघासन पीआरवी सभी आरोपित और बल्ब लेकर निघासन कोतवाली चली गई। शाम तक पूछताछ के बाद अचानक निघासन पुलिस को पता चला कि मामला तो धौरहरा थाने का है। फिर हम मुकदमा क्यों लिखें? यह याद आते ही सभी आरोपित धौरहरा रवाना कर दिए गए। अब धौरहरा पुलिस दूध निकाली गाय का क्या करती, सो तुरंत बैक किक मारी गई।
जब दो थानों में ठनी तो ऊपर वाले तो बीच में आने ही थे, तो आए लेकिन, फिर गाय भी गायब हो गई और दूध का भी पता नहीं चला। शुक्रवार शाम निघासन पुलिस ने फिर बोला कि धौरहरा का मामला है, उनसे ही पूछो। धौरहरा ने कहा हम क्या जानें निघासन वाले ले गए वही जानें।
जिम्मेदार की सुनिए
गुरुवार को जालसाजी का जो मामला प्रकाश में आया था उसमें कार्रवाई की गई है। जो भी दोषी होगा उसे जेल भेजा जाएगा। मामले में कोई भी दोषी छोड़ा नहीं जाएगा। - अरुण कुमार सिंह एएसपी