नौकरी के नाम पर 80 लाख की ठगी, आरोपित गिरफ्तार
लखनऊ जेएनएन। रेलवे और एलडीए में नौकरी दिलवाने के नाम पर कई बेरोजगारों को ठगने वाले ज
लखनऊ, जेएनएन। रेलवे और एलडीए में नौकरी दिलवाने के नाम पर कई बेरोजगारों को ठगने वाले जालसाज को हजरतगंज पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। उसके पास से जाली नियुक्ति पत्र बरामद हुए हैं। इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पाण्डेय ने बताया कि सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले बस्ती के धौरहरा निवासी आदर्श राय को उसके साथी रमेश की निशानदेही पर गिरफ्तार किया गया।
सोनभद्र निवासी राम प्रसाद यादव ने 14 मार्च 2018 को उसके खिलाफ एलडीए, राजस्व परिषद और रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 31 युवकों से 80 लाख रुपये ठगने का मुकदमा दर्ज कराया था। इस गिरोह में आदर्श के साथ बलिया निवासी विकास यादव उर्फ अरुण, वीरेंद्र श्रीवास्तव और पवन यादव शामिल थे। मामले की जांच कर रहे दारोगा राहुल सोनकर ने बताया कि रमेश यादव के जरिए विकास और राम प्रसाद की मुलाकात हुई थी। इसके बाद राम प्रसाद ने कई युवकों की नौकरी लगवाने के लिए विकास को रुपये दिए थे। रमेश यादव को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। उसकी निशानदेही पर शुक्रवार को ठग आदर्श राय को गोमतीनगर से पकड़ा गया। आदर्श और विकास यादव ने मान्यवर कांशीराम के नाम से एक संस्था भी बना रखी थी। इसके जरिए वह करीब 55 लोगों से नौकरी लगवाने के बदले 11 लाख रुपये लिए गए थे। आदर्श और विकास के खिलाफ गैर जमानतीय वारंट भी जारी हुआ था। अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है।
बेरोजगारों के दबाव बनाने पर देते फर्जी नियुक्ति पत्र
यह लोग बेरोजगारों के नियुक्ति के दबाव बनाने पर फर्जी नियुक्ति पत्र दे देते थे। कार्यालय जाने पर ऐसी कोई पोस्ट पर भर्ती न होने की बात पता चलने पर पीड़ित इनके दफ्तर के चक्कर काटते रहते।
नौकरी का झांसा देकर महिला से ठगी, गिरफ्तार
वाणिज्यकर विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर महिला से 6.66 लाख रुपये ठगी करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गोमतीनगर विस्तार थाना के इंस्पेक्टर अखिलेश चंद्र पांडेय के मुताबिक पटेलनगर निवासी एक महिला की शिकायत पर गुरुद्वारा रोड इंदिरानगर निवासी दिनेश श्रीवास्तव को शुक्रवार सुबह गिरफ्तार किया गया। महिला का आरोप है कि आरोपित ने तीन साल पहले नौकरी के नाम पर पैसे लिए। नौकरी न मिलने पर पैसे वापस करने की जगह आपत्तिजनक मांग करने लगा। एक दिन मौका पाकर अश्लीलता की।