Flood Alert in UP: बहराइच में चार मकान घाघरा में समाए, अयोध्या और अंबेडकरनगर में खतरे के मुहाने पर जलस्तर
सबसे अधिक बाढ़ का खतरा बहराइच जिले में है। यहां मंगलवार को चार मकान और 10 बीघे कृषि योग्य जमीन घाघरा में समा गई। वहीं अयोध्या और अंबेडकरनगर में भी नदी का जलस्तर खतरे के मुहाने पर है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के कई जिलों बाढ़ का खतरा अभी भी बरकरार है। अयोध्या मंडल और देवीपाटन मंडल के जिलों में नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। सबसे अधिक बाढ़ का खतरा बहराइच जिले में है। यहां मंगलवार को चार मकान और 10 बीघे कृषि योग्य जमीन घाघरा में समा गई। वहीं, अयोध्या और अंबेडकरनगर में भी नदी का जलस्तर खतरे के मुहाने पर है।
घाघरा लाल निशान पार, बाढ़ का खतरा बढ़ा : बहराइच : मंगलवार को तीनो बैराजों से तीन लाख 13 हजार 669 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे एल्गिन ब्रिज पर घाघरा का जलस्तर लाल निशान को पार कर गया। घाघरा का जलस्तर स्थिर है। जलस्तर स्थिर होने से तटवर्ती गांवों के खेतों में बाढ़ का पानी रुक गया है। फसलें तबाह हो रही है। बाढ़ की आशंका अभी भी ग्रामीणों को तिल-तिल सता रही है। घड़ियाल ने एक किशोरी पर हमला कर दिया जिससे वह घायल हो गई। जलस्तर स्थिर होने के बावजूद कटान जारी है।
यहां घाघरा चेतावनी बिंदु से 0.05 सेंटीमीटर ऊपर बह रही हैं, जबकि घूरदेवी स्पर पर घाघरा का जलस्तर लाल निशान 112.135 मीटर के सापेक्ष 111.130 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां घाघरा लाल निशान से एक मीटर नीचे बह रही है। सरयू ड्रेनेज खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता शोभित कुशवाहा ने बताया कि मंगलवार की सुबह आठ बजे शारदा बैराज से एक लाख 90 हजार 278, गिरिजापुरी बैराज से एक लाख 23 हजार 73 व सरयू बैराज से 318 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
कैसरगंज तहसील के मंझारा तौंकली ग्राम पंचायत के ग्यारह सौ रेती, अनसूचित बस्ती के रामधारी, करन, भारत व रंजीत का मकान व तटवर्ती किसानों की पांच बीघे कृषि योग्य भूमि धारा में समाहित हो गई। कटान प्रभावित ग्रामीण अपने घरौंदे तोड़कर व गृहस्थी समेट कर सुरक्षित स्थानों का रुख कर रहें हैं। नायब तहसीलदार कैसरगंज विजय कुमार ने गांव पहुंच राम प्रवेश, अनरजीत, बुद्धू, मोहन, सोहन समेत 16 कटान पीड़ितों को आवासीय पट्टा दिलाया तथा खाद्यान्न वितरित किया। दूसरी ओर बौंडी थाना क्षेत्र के तिकुरी व भौंरी ग्राम पंचायत के नगेशरपुरवा गांव में भी घाघरा ने दर्जनों किसानों की पांच बीघे कृषि योग्य धारा में समहित कर लिया। जलस्तर स्थिर होने से महसी तहसील के प्रहलादपुरवा, रानीबाग, कुट्टीबाग, तरापुरवा, छत्तरपुरवा आदि गांवों के खेतों में बाढ़ का पानी रुक गया है। इससे किसानों की सैकड़ों बीघे मेंथा, मक्का, धान की फसलें तबाह हो रही है।
घड़ियाल ने किशोरी पर किया हमला, घायल
बौंडी क्षेत्र के घरेहरा नकदिलपुर ग्राम पंचायत के कुट्टीबाग गांव में मंगलवार की सुबह एक घड़ियाल बहकर आ गया। इसी गांव की रहने वाली शिवानी(10) पुत्री रामचंदर शौच के लिए जा रही थी। खेत में भरे बाढ़ के पानी से निकलकर घड़ियाल ने किशोरी पर हमला बोल दिया। हमले में किशोरी घायल हो गई। ग्रामीणों के दौड़ने से किशोरी की जिंदगी बची। घड़ियाल निकलने से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोग दहशत में हैं। डीएफओ मनीष कुमार सिंह ने बताया कि घड़ियाल को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम भेजी जा रही है।
सुरक्षित ठिकानों की तलाश कर रहे नागरिक
अयोध्या : सोमवार को लाल निशान से 18 सेंटीमीटर फासले पर रहने वाली सरयू के जलस्तर में मंगलवार को सुबह से ही पुनः वृद्धि शुरू हुई। मध्यान्ह 12:00 बजे जलस्तर 92 मीटर 590 सेंटीमीटर रिकॉर्ड किया गया। इसी के साथ सरयू का जलस्तर लाल निशान के और करीब पहुंच गया। इस समय सरयू लाल निशान से मात्र 14 सेंटीमीटर के फासले पर बह रही हैं। सरयू के रुख से तटवर्ती क्षेत्रों में दहशत का आलम है। लोग सुरक्षित ठिकानों की ओर पलायन करने की तैयारी में हैं।
घाघरा का फिर घटने लगा जलस्तर, सरयू ने दिखाई तेजी : गोंडा : घाघरा नदी का जलस्तर फिर घटने लगा है। वहीं सरयू नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से अब सिर्फ सात सेंटीमीटर नीचे है। वहीं, अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 13 सेंटीमीटर नीचे पहुंच गया है। घाघरा में गिरिजा, शारदा व सरयू बैराज से 3.13 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। एडीएम राकेश सिंह का कहना है कि नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है लेकिन, अभी बाढ़ का पानी किसी गांव के पास नहीं पहुंचा है।
चार सेंटीमीटर ऊपर बढ़ा घाघरा का जलस्तर : अंबेडकरनगर : घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 92.730 से 15 सेंटीमीटर नीचे 92.580 पर बह रही है। पिछले 12 घंटों में नदी का पानी चार सेंटीमीटर बढ़ा है।
खतरे के निशान तक पहुंचकर सरयू का जलस्तर स्थिर : बाराबंकी : सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान 106.070 मीटर के करीब 106.006 मीटर पहुंच कर मंगलवार को दोपहर ढाई बजे स्थिर है। शारदा बैराज से करीब एक लाख 60 हजार क्यूसेक पानी सोमवार को छोड़ा गया है जो पास हो रहा है। यदि पानी और छोड़ा गया तो खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने में देर नहीं लगेगी। रामनगर ब्लाक के कोरिनपुरवा, सिरौलीगौसपुर के गोबरहा और जिले की सीमावर्ती इलाके में सीतापुर जिले के रामपुर मथुरा ब्लाक के अखरी गांव में कटान रोकने के प्रयास बाढ़ कार्य खंड के अधिकारी कर रहे।